दलीप ट्रॉफी का आयोजन नए फॉर्मेट में होना है। जोनल फॉर्मेट में इसका आयोजन नहीं होगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की चयन समिति ने बुधवार (14 अगस्त) को 4 टीमों की घोषणा की। 4 टीमों में 61 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। ये चुने गए नाम काफी महत्वपूर्ण हैं। दलीप ट्रॉफी भारतीय टेस्ट टीम के चयन का बेस होगा। ऐसे में इन 61 नामों में से ही खिलाड़ियों का चयन होगा। इन 4 टीमों में दो खिलाड़ियों का चयन न होना हैरानी भरा रहा है। ये दो खिलाड़ी हैं रिंकू सिंह और संजू सैमसन।

भारतीय टीम का चयन होता तो बात समझ में आती है कि केवल 15 खिलाड़ियों का चयन होना होता है। लेकिन 61 खिलाड़ियों में चयन होने से सवाल होने लगे हैं क्या रिंकू सिंह और संजू सैमसन टेस्ट क्रिकेट खेलने लायक नहीं हैं? इसका जवाब तो डोमेस्टिक क्रिकेट में उनसे फर्स्ट क्लास के आंकड़ों से ही मिलेगा। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश से रिंकू और केरल से संजू सैमसन खेलते हैं।

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिंकू सिंह के आंकड़े

रिंकू सिंह ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 47 मैच की 69 पारी में 54.70 की औसत से 3173 रन बनाए हैं। उन्होंने 7 शतक और 20 अर्धशतक लगाए हैं।वह फरवरी 2024 में रणजी ट्रॉफी में आखिरी बार फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेले थे। आंध्र के खिलाफ उत्तर प्रदेश की टीम 198 रन बनाए थे। रिंकू ने 26 रन बनाए थे। जनवरी 2024 में केरल के खिलाफ उन्होंने 92 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। 2018-19 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने कई मौकों पर उत्तर प्रदेश को जीत दिलाई और 105.88 की औसत से 953 रन बनाए थे।

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में संजू सैमसन के आंकड़े

संजू सैमसन 2011 से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं और वह अबतक भारत के लिए एक भी टेस्ट नहीं खेल पाए हैं। दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी के बाद ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत को तरजीह मिली, लेकिन इस दौरान संजू पर एक बार भी भरोसा नहीं जताया गया। उन्होंने 62 मैच की 102 पारी में 38.54 की औसत से 3623 रन बनाए हैं। 10 शतक और 16 अर्धशतक जड़े हैं। 211 उनका सर्वोच्च स्कोर है। फरवरी 2024 में वह आखिरी बार रणजी मैच खेले थे। उन्होंने बंगाल के खिलाफ 8 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई थी।