भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से खुश नहीं है। उन्हें लगता है कि टेस्ट में वह अपनी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। अब उनके पास मौका है कि वह क्रिकेट के इस फॉर्मेट में खुद को साबित करें। दलीप ट्रॉफी के रास्ते वह आगामी टेस्ट सीरीज में अपने बल्ले की धार दिखाने के लिए बेताब करें। उन्होंने इसके लिए पूरी तैयारी भी कर ली है।

दलीप ट्रॉफी में कप्तानी करेंगे शुभमन गिल

दलीप ट्रॉफी में गिल इंडिया ए की कप्तानी करेंगे। वह इस टूर्नामेंट में अपनी तैयारी की जायजा लेना चाहते हैं। गिल ने बताया कि उन्होंने अपने डिफेंस पर जमकर काम किया है। वह नहीं चाहते कि टी20 अंदाज में ही टेस्ट खेलें।

शुभमन गिल ने डिफेंस को लेकर किया काम

न्यूज एजेंसी PTI से शुभमन गिल ने कहा “मैं अब तक अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया हूं। इस सीजन हम 10 टेस्ट मैच खेलने वाले हैं, जिसमें मैं अपने परफॉरमेंस में सुधार करूंगा, मैंने स्पिनरों के खिलाफ अपने डिफेंस पर थोड़ा और काम किया है। जब आप स्पिनरों के खिलाफ ‘टर्निंग’ पिच पर खेल रहे होते हैं तो आपका डिफेंस अच्छा होना चाहिए जिससे आप रन बनाने वाले शॉट खेल सकते हैं।” भारत को बांग्लादेश के खिलाफ दो, न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैच खेलने हैं।

शुभमन गिल ने कप्तानी से सीखा

शुभमन गिल आईपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर चुके हैं। उन्होंने कप्तानी के अपने अनुभव पर कहा, ‘आप जिस भी मैच और र्नामेंट में खेलते हो आप को सीखना चाहिए। चाहे आप कप्तान हो या न हो। लेकिन अगर आप कप्तान हो तो आपको बाकी खिलाड़ियों के बारे में भी जानने का मौका मिलता है। कप्तान के लिए खिलाड़ियों से जुड़ाव होना काफी अहम है। आपको उनकी मजबूती और कमजोरी के बारे में पता होना चाहिए। मैंने भी कप्तान के रूप में खुद में कुछ बदलाव देखे हैं क्योंकि आप कप्तान या उप कप्तान होते हो तो आपको अपने खिलाड़ियों से बातचीत करनी होती है।’