भारतीय टेस्ट टीम के नियमित विकेटकीपर रिद्धिमान साहा 9 महीने बाद चोट से वापसी कर रहे हैं। रिद्धिमान 21 फरवरी से शुरु हो रही सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल की ओर से खेलते नजर आएंगे। साहा आखिरी बार पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग की अपनी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में मैदान पर दिखे थे।

साहा मई 2018 में घुटने की चोट की वजह से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे थे। ऐसे में उनकी जगह युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत को मौका दिया गया। ऋषभ ने इस मौका का भरपूर फायदा उठाते हुए शानदार प्रदर्शन किया। जिसके बाद से रिद्धिमान साहा और ऋषभ पंत को एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी के तौर पर देखा जाने लगा है। हालांकि साहा इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और वह युवा खिलाड़ी पंत को अपने प्रतिद्वंदी भी नहीं मानते हैं।

रिद्धिमान साहा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है। क्रिकनेक्स्ट को दिए इंटरव्यू में साहा ने कहा, “जब मैं बाहर था, ऋषभ पंत को मौका मिला और किसी भी खिलाड़ी की तरह उसने मौके को दोनों हाथों से स्वीकार किया। मैं उसे अपने प्रतिद्वंदी की तरह नहीं देखता। असल में जब मैं एनसीए में था तब हम दोनों ने साथ में काफी समय बिताया, जो कि अच्छा रहा। इस दौरान हमने प्रदर्शन और सिलेक्शन की बातें बहुत कम की।”

साहा ने कहा, “मेरा काम अपनी क्षमता के अनुसार खेलना है और ये सुनिश्चित करना है कि मैं हर समय अपनी टीम की जरूरतों में योगदान दूं। मुझे लगता है कि सिलेक्शन में मेरा कोई नियंत्रण है। इसलिए अभी मेरा पूरा फोकस सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल की ओर से अच्छा प्रदर्शन करने पर है।”

साहा को भारतीय टीम में वापसी का पूरा भरोसा है, लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की ऐतिहासिक जीत में शामिल ना होने पाने का मलाल है। उन्होंने कहा, “मैं इतने लंबे समय के बाद वापसी को लेकर आश्वस्त हूं, लेकिन मुझे इस बात की निराशा है कि मैं अच्छी सीरीज का हिस्सा नहीं बन पाया। इस बारे में कुछ किया नहीं जा सकता क्योंकि चोट ऐसी चीज है जिस पर आपका नियंत्रण नहीं है।”