टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली हैं। आज वह जो कुछ भी हैं, अपनी मेहनत, लगन, अभ्यास और मेंटर्स के कारण हैं। लेकिन बीते साल उनकी सफलता के पीछे एक शख्स ने खुद के होने की दावेदारी पेश की थी। उनका नाम है गुरमीत सिंह राम रहीम। वह डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख हैं और अब फिल्में भी बनाते हैं।
कोहली और उनके बीच क्या कनेक्शन है, यह जानने के लिए एक साल पीछे चलना होगा। 2016 में उन्होंने दावा किया था कि कोहली उनकी वजह से सफल हुए हैं। स्पॉटबॉय (Spotboye) को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कैसे वह कोहली की बल्लेबाजी में सुधार लाए थे। तब उन्होंने कहा था कि “वह (कोहली) अच्छी शुरुआत तो करता था, लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाता था। मैंने उसे और कड़ी मेहनत करने और लगातार सीखते रहने की सलाह दी थी।”
उन्होंने यह भी कहा था कि कोहली ने उन्हें टीम इंडिया में सेलेक्ट होने पर शुक्रिया भी अदा किया था। उस इंटरव्यू के मुताबिक, कोहली पहले ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जिनके बारे में राम रहीम ने दावा किया था। उससे पहले वह टीम इंडिया के कई नामी खिलाड़ियों के खुद से संपर्क करने की बात कह चुके हैं।
वहीं, सिद्धार्थ कानन को दिए इंटरव्यू में भी उन्होंने कहा कि “2010 में कोहली और उनकी टीम खेलने आई थी। शिखर धवन भी थे। उन्हें पता था कि हम खिलाड़ी और अंतराष्ट्रीय कोच हैं। खेल के बाद कोहली मेरे पास आए। वह कुरकुरे खा रहे थे। बोले- मैं जब 30-40 बना लेता हूं, तो आउट हो जाता हूं। हमने कहा कि 30-40 बनाकर नए शॉट मत खेलो। अटैकर हो तो, सिर्फ अटैक करो। डिफेंस के चक्कर में मत पड़ो।
आगे बताते हैं कि ” जब वह टीम इंडिया में आया, तो हमारे किसी सज्जन के पास उसका फोन आया। कहा- गुरु जी को धन्यवाद कहना। इसके बाद एक और बार फोन आया था। लेकिन उसके बाद कोई फोन नहीं आया।” इतना ही नहीं, उनका दावा है कि इंडियन प्रीमियर लीग के 30-40 फीसद लड़के उनके पास टिप्स लेने आए।

