एक जमाना था जब वर्ल्ड क्रिकेट में वेस्टइंडीज की तूती बोलती थी। इसकी एक बड़ी वजह थी डेसमंड हेंस जैसे शानदार बल्लेबाज जिनसे उस जमाने में आग बरसाने वाले गेंदबाज भी घबराते थे। आज डेसमंड हेंस अपना जन्मदिन मना रहे हैं। आइए इस मौके पर जानते हैं डेसमंड हेंस से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें…
वेस्टइंडीज के बल्लेबाज डेसमंड हेंस 15 फरवरी 1956 को बारबाडोस में हुआ था। साल 1978 में उन्होंने 22 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। डेसमेंड हेंस वेस्टइंडीज की ओर से ओपनिंग किया करते थे, जिसमें उनका साथ देते थए गार्डन ग्रीनीज। इन दोनों की जोड़ी को टेस्ट क्रिकेट की सबसे बेहतरीन ओपनिंग जोड़ियों में से एक माना जाता है। दोनों ने साथ 89 टेस्ट खेले और 47 की औसत से कुल 6483 रन बनाए, जोकि एक रिकॉर्ड है। इसमें 16 शतकीय साझेदारीयां शामिल रही।
ऐसा माना जाता है कि जब हेंस एक बार पिच पर जम जाते थे तो उन्हें आउट करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसका उदाहरण उनके ये रिकॉर्ड भी देते हैं। हेंस ने वनडे क्रिकेट में कुल 17 बार शतक जड़ा, जिसमें 16 बार उनकी टीम को जीत मिली। इसमें 11 बार नाबाद लौटे। हेंस वनडे क्रिकेट के भी शानदार बल्लेबाज थे। हेंस जब अपने करियर के अंत में थे तो वह वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शुमार थे। बाद में उनका ये रिकॉर्ड मोहम्मद अजहरुद्दीन और सचिन ने तोड़ा। हेंस के नाम पहले वनडे और आखिरी वनडे मैच में शतक लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
साल 1983 में वह भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में हैंडल द बॉल आउट हुए, जोकि उस समय बहुत असमान्य बात मानी जाती थी। हेंस जब इस तरह आउट हुए तो उस जमाने में वह हैंडल द बॉल आउट होने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज थे। डेसमंड हेंस ने 116 टेस्ट मैचों की 202 पारीयों में 42 की औसत से 7487 रन बनाए, जिसमें 18 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, वनडे में 41 की औसत से उनके नाम 8648 रन दर्ज हैं। इस दौरान उन्होंने 17 शतक और 57 अर्धशतक लगाए। उन्होंने साल 1994 में अपने करियर का आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला।