इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ तीसरे वनडे में चार्लोट डीन को मांकडिंग करने पर टीम इंडिया की ऑलराउंडर दीप्ति ने पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चार्लोट को क्रीज से बाहर निकलने के लिए कई बार चेतावनी दी गई। अंपयार को भी इसी जानकारी दी गई। दीप्ति ने यह भी कहा कि उन्होंने केवल नियम का पालन किया। गौरतलब है कि मांकडिंग को लेकर जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गज इंग्लिश क्रिकेटरों ने उनकी आलोचना की थी। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने उनका समर्थन किया।
भारत पहुंचने के बाद दीप्ति ने पत्रकारों से कहा चार्लोट को रन आउट करने पर कहा, “ये प्लान था हम लोगों का। हम चेतावनी दे चुके थे उनको। हमने बस रूल फॉलो किया। हमने अंपायर को भी कई बार इसके बारे में बताया था।” इंग्लैंड को जीत के लिए 17 रनों की जरूरत और डीन 47 रन पर बल्लेबाजी कर रही थीं, तभी दीप्ति उन्हें मांकडिंग कर दिया। इसके बाद इसे लेकर बहस छिड़ गई।
हमने अपराध नहीं किया
भारत की महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन और प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उनकी टीम ने कोई अपराध नहीं किया है। उन्होंने कहा, “आज हमने जो कुछ भी किया है, मुझे नहीं लगता कि यह कोई अपराध था। यह खेल का हिस्सा है और यह आईसीसी का नियम है और मुझे लगता है कि हमें बस अपने खिलाड़ी का समर्थन करने की जरूरत है। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं कि वह चौकस थी। मुझे नहीं लगता कि उसने कुछ गलत किया और हमें उसका समर्थन करने की जरूरत है। “
मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ नया किया
हरमनप्रीत प्रेजेंटेशन के दौरान बार-बार इसे लेकर सवाल करने पर नाराज हो गई थीं। उन्होंने कहा, “ ईमानदारी से कहूं तो मैंने सोचा था कि आप उन नौ विकेटों के बारे में पूछेंगी, जो लेना आसान नहीं था। यह खेल का हिस्सा है। मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ नया किया है। इससे पता चलता है कि बल्लेबाज क्या कर रहे हैं उसे लेकर आप कितना चौकन्ना हैं?” मैच के बाद के प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह भी बताया कि जब स्मृति मंधाना को टी20 सीरीज के तीसरे मैच में आउट दिया गया था, तो भारत को कैसे नुकसान हुआ था। इंग्लैंड ने 2-1 से जीता था। गेंद जमीन पर गिरने के बाद सोफी एक्लेस्टोन ने कैच लेने का दावा किया था।