25 वर्षीय राधिका यादव टेनिस की शौकीन थीं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो नहीं, लेकिन स्थानीय स्तर पर अच्छा नाम कमाया था। राधिका के पिता दीपक यादव का भी सपना था कि बेटी एक दिन सानिया मिर्जा की तरह देश का नाम रोशन करे। उन्होंने राधिका को सानिया जैसा टेनिस स्टार बनाने के लिए कोचिंग दिलाई, ढेर सारा धन खर्च किया, खेल की दुनिया में बढ़ने का मौका दिया, लेकिन वक्त के साथ बेटी और पिता के रिश्ते बिगड़ने लगे।

बार-बार चोटों का शिकार हो रही थीं राधिका

राधिका बार-बार चोटों का शिकार हो रही थीं। यही वजह थी कि वह प्रतिस्पर्धी टेनिस के अलावा कोचिंग में भी अपना भविष्य देखने लगीं। राधिका ने इंस्टाग्राम पर अपने प्रैक्टिस सेशंस (प्रशिक्षुओं को टेनिस की ट्रेनिंग करते हुए) की रीलें शेयर कीं। उनकी इस एक्टिविटी ने टेनिस प्रेमियों का ध्यान तो आकर्षित किया, लेकिन उनके पैतृक गांव वजीराबाद के रुढ़िवादी रिश्तेदारों ने आलोचना भी की।

दीपक ने राधिका को ट्रेनिंग देने से किया था मना

एक जांच अधिकारी के हवाले से पीटीआई ने लिखा, ‘राधिका की अपनी कोई एकेडमी नहीं थी। वह वह अलग-अलग जगहों पर टेनिस कोर्ट बुक करके खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देती थी। दीपक ने उसे कई बार ट्रेनिंग बंद करने के लिए कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया। पिता-पुत्री के बीच यही मुख्य झगड़ा था।’ टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘राधिका के पिता कोचिंग को उसके टेनिस करियर से ध्यान भटकाने वाला मानते थे।’

दीपक के दिमाग में घुल गया था राधिका के प्रति जहर

दीपक यादव को लगा कि राधिका अब ‘बिगड़ रही’ है। उसकी सोशल मीडिया एक्टिविटी उनके ‘संस्कार’ के खिलाफ जा रही है। पुलिस के अनुसार, इन सब बातों ने दीपक यादव के दिमाग में राधिका के प्रति ‘जहर’ घोल दिया। समाज के डर, इज्जत की चिंता और पितृसत्तात्मक सोच ने अंततः दीपक को एक दुखद फैसले की ओर धकेल दिया। दीपक ने कथित तौर पर 10 जुलाई 2025 को अपने घर में बेटी राधिका की गोली मारकर हत्या कर दी।

तानों से असहज हो गया था दीपक यादव

टेनिस खिलाड़ी की हत्या के बाद दो दिन तक दीपक और अन्य से पूछताछ करने के बाद पुलिस को पता चला कि राधिका को लेकर कथित तौर पर की गई टिप्पणियों में पुरुष खिलाड़ियों और छात्रों के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करना भी शामिल था। पुलिस के अनुसार, किराये की स्थायी आय और आर्थिक रूप से मजबूत दीपक अपनी बेटी की कमाई पर निर्भर होने के ताने मिलने के कारण असहज महसूस करता था।

क्या अवसादग्रस्त हो गया था दीपक यादव?

कथित तौर पर इसी वजह से वह बेटी को गोली मारने से पहले पहले के हफ्तों में अवसादग्रस्त हो गया था। पुलिस का कहना है कि दीपक यादव को राधिका की ‘बदलती जिंदगी’ से परेशानी थी। वह यह मानने को तैयार नहीं थे कि एक लड़की, जो खुद फैसले ले रही है, सोशल मीडिया पर एक्टिव है, अब उनके नियंत्रण से बाहर जा चुकी है।