क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने राष्ट्रीय कोच मार्क बाउचर के खिलाफ नस्लवाद समेत दुर्व्यवहार के सारे आरोप वापिस ले लिए हैं। एक सप्ताह बाद ही बाउचर को अनुशासनात्मक कार्रवाई में अपना पक्ष रखना था। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज बाउचर पर नस्लवादी बर्ताव का आरोप लगाया गया था, जिसकी वजह से उन्हें कोच के पद से भी हटाया जा सकता था।

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर पॉल एडम्स ने उन पर टीम बैठकों के दौरान और मैचों के बाद नस्लवादी अपमानजनक शब्दों वाले गीत गाने का आरोप लगाया था । सीएसए ने कहा कि एडम्स और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सहायक कोच एनोच एंकवे ने अगले सप्ताह की सुनवाई में पेश नहीं होने का फैसला किया जिसके बाद सारे आरोप बेबुनियाद लग रहे हैं।

बाउचर ने एक बयान में कहा ,‘‘मेरे खिलाफ लगाये गए नस्लवाद के आरोप अनुचित हैं और इससे मैं काफी आहत हुआ हूं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले कुछ महीने मेरे और मेरे परिवार के लिए काफी कठिन रहे। मुझे खुशी है कि यह सब अब खत्म हो रहा है और सीएसए ने स्वीकार कर लिया कि मेरे खिलाफ आरोप बेबुनियाद हैं।’’

बाउचर ने आगे कहा ,‘‘मैं समझता हूं कि मामला अब खत्म हो गया है और इस मामले में आगे कोई बयान नहीं देना चाहता। मैं अपने काम पर फोकस कर रहा हूं जो दक्षिण अफ्रीका टीम को नयी ऊंचाइयों तक ले जाना है।’’ बाउचर को जनवरी में सीएसए ने सात पन्ने का आरोप पत्र दिया था, जिसमें उन पर नस्लवादी बर्ताव के कारण खेल की साख को ठेस पहुंचाने का भी आरोप लगाया गया था।

सीएसए ने बयान में कहा, ” एडम्स ने हाल ही में घोषणा की कि उन्होंने अनुशासनात्मक सुनवाई के दौरानबाउचर के खिलाफ गवाही देने से अपना नाम वापस ले लिया है। ऐसा करते हुए उन्होंने कहा कि एसजेएन प्रक्रिया के दौरान व्यक्त की गई उनकी चिंताएं किसी विशेष खिलाड़ी के बारे में होने के बजाय 2000 के दशक की शुरुआत में प्रोटियाज टीम के माहौल को लेकर थीं।”