भारतीय टीम से बाहर किये गये विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ‘खिलाड़ी कम मार्गदर्शक’ की भूमिका के लिये त्रिपुरा से बातचीत कर रहे हैं। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी। साहा का बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) से भी विवाद हो गया था। इस अधिकारी ने यहां पीटीआई से कहा, ‘‘वह त्रिपुरा के लिये ‘खिलाड़ी कम मेंटोर’ की भूमिका निभाना चाहते हैं। वह त्रिपुरा में शीर्ष परिषद के कुछ सदस्यों से बातचीत कर रहे हैं लेकिन अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है। ’’

अधिकारी ने आगे कहा, ‘‘पहले उन्हें कैब से और फिर बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) से अनापत्ति पत्र हासिल करना होगा, तभी यह प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है। ’’ गुजरात टाइटंस के इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) खिताब जीतने में अहम भूमिका निभाने वाले साहा से इस पर बात नहीं हो सकी। श्रीलंका के लिए भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद साहा ने रणजी ट्रॉफी में खेलने से इन्कार कर दिया था।

इसके बाद कैब के संयुक्त सचिव देवव्रत दास ने मीडिया में साहा की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया। इससे अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज नाराज हो गए। आईपीएल में अपनी छाप छोड़ने के बाद साहा को झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच के लिए बंगाल की टीम में चुना गया था, लेकिन उनकी सहमति के बिना।

टीम इंडिया के अनुभवी विकेटकीपर साहा ने इसका कड़ा विरोध किया और दास से माफी की मांग की। इसके बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह फिर से बंगाल के लिए नहीं खेलेंगे। 2007 में बंगाल के लिए पदार्पण करने वाले साहा ने 122 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ने आईपीएल 2022 में गुजरात के लिए ओपनिंग करते हुए शानदार प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि साहा ने 11 मैचों में 31.70 की औसत और 122.39 की स्ट्राइक रेट से 317 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने तीन अर्धशतक जड़ा। यह उनका दूसरा सबसे बेहतर सीजन रहा। इससे पहले उन्होंने साल 2014 में 362 रन बनाए थे। तब वह किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) का हिस्सा थे।