world cup 2019: विश्वकप 2019 लगभग अपने आखिरी मुकाम पर है। लीग स्टेज ख़त्म होने वाला है और इसके बाद नाकआउट मैच खेले जायेंगे। इस विश्वकप में जहां कुछ खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से सब को हैरान कर दिया वहीं कुछ खिलाड़ियों से जिस प्रदर्शन की उम्मीद थी वैसा देखने को नहीं मिला। आईपीएल के दौरान कुछ खिलाड़ियों को देखकर अंदाज़ा लगाया गया था कि वे विश्वकप में भी शानदार प्रदर्शन करेंगे लेकिन वे खिलाड़ी पूरी तरह फ्लॉप रहे। आइए नज़र डालते हैं ऐसे कुछ खिलाड़ियों पर-
आंद्रे रसेल
इन खिलाड़ियों में पहला नाम कॅरीबियाई विस्फोटक आलराउंडर आंद्रे रसेल का आता है। रसेल ने इस आईपीएल में अपने प्रदर्शन से कहर ढा दिया। इस आईपीएल में रसेल ने जिस अंदाज़ में बल्लेबाजी की उसे देख दुनिया का हर गेंदबाज खौफ खाने लगा। लेकिन विश्वकप में वे पूरी तरह फ्लॉप रहे। कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए खेलते हुए रसेल ने 14 मैच खेलकर 56.66 की औसत से 510 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 52 छक्के लगाए थे। लेकिन विंडीज के लिए रसेल ने 4 मैच में मात्र 36 रन ही बनाए। उन्होंने गेंदबाजी भी कुछ खास नहीं की। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 5 विकेट चटकाए।
राशिद खान
इस लिस्ट में दूसरा नाम अफगानी गेंदबाज राशिद खान का है। अपनी फिरकी से दुनिया सभी बल्लेबाजों को नाचने वाले राशिद इस विश्वकप में पूरी तरह फ्लॉप रहे। आईपीएल में राशिद ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने हैदराबाद के लिए खेलते हुए 15 मैचों में 6.28 की इकॉनमी और 22.17 की औसत से 17 विकेट लिए थे। लेकिन विश्वकप में 9 मैचों में राशिद ने 60 की औसत से मात्र 7 विकेट लिए हैं। इस बीच उनकी इकॉनमी 5.87 की रही। इंग्लैंड के खिलाफ राशिद की जमकर धुनाई भी हुई। उस मैच में उन्होंने 9 ओवर में 100 से ज्यादा रन दिए थे। ये विश्वकप के इतिहास में किसी भी गेंदबाज द्वारा एक मैच में दिए गए सबसे ज्यादा रन थे।
कगिसो राबाडा
इस लिस्ट में तीसरा नाम दक्षिण अफ्रीका के युवा तेज गेंदबाज कगिसो राबाडा का है। रबाडा ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए आईपीएल में 12 मैचों में 14.72 की औसत से 25 विकेट लिए थे। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत दूसरी बार दिल्ली ने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था। लेकिन विश्वकप में रबाडा उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। उन्होंने अबतक 8 मैच में 42।62 की औसत से मात्र 8 विकेट चटकाए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी
इस लिस्ट में आखिरी नाम भारतीय विकेट कीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का है। दुनिया से सबसे अच्छे फिनिशरों में शुमार धोनी इस विश्वकप में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। बार-बार उन्हें धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इस साल आईपीएल में धोनी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। आईपीएल में उन्होंने 15 मैच में 83.20 की शानदार औसत से 416 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 134.86 का था।इस प्रदर्शन के साथ वे चेन्नई के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने थे। वहीं विश्वकप में अबतक उन्होंने 7 मैच खेलकर 47.75 की औसत से 194 रन बनाए है। लेकिन उनका स्ट्राइक रेट मात्र 90 का ही रहा है। वनडे में 90 का स्ट्राइकरेट अच्छा माना जाता है लेकिन धोनी किस पोजीशन पर बल्लेबाजी करते हैं वहां उनसे तेजी से रन बनाने की उम्मीद की जाती है।