रिद्धिमान साहा वर्तमान समय में भारत के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर हैं इस बारे में राष्ट्रीय चयनकर्ताओं सहित कोच अनिल कुंबले को भी कोई शक नहीं है। साहा ने पुणे में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान विकेट के पीछे स्टीव ओ कीफ का हवा में उड़ते हुए कैच लेकर इस बात का प्रमाण भी दे दिया। आॅस्ट्रेलिया की टीम 205 रन पर सात विकेट गवांकर संघर्ष कर रही थी और उमेश यादव गेंदबाजी कर रहे थे। क्रीज पर मिचेल स्टॉर्क के साथ स्टीव ओ कीफ थे। उमेश यादव बेतहरीन स्पेल डाल रहे थे। उनके हाथ में कप्तान विराट कोहली ने पुरानी गेंद सौंपी और उमेश यादव ने रिवर्स स्विंग के साथ अपने ओवर की शुरुआत की।

उमेश यादव के इस ओवर में स्टीव ओ कीफ अपने बल्ले का किनारा दे बैठे और गेंद ने फर्स्ट स्लिप पर खड़े विराट कोहली का रुख किया। इस सत्र में विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन करने वाले रिद्धिमान साहा ने अपनी दाहिनी तरफ हवा में गोता लगाते हुए दर्शनीय कैच पकड़ा। साहा का यह कैच क्रिकेट में विकेटकीपर्स द्वारा लपके गए कुछ बेहतरीन कैचों में से एक था यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इसके साथ ही उमेश यादव ने इस मैच में तीसरा विकेट अपने नाम किया। अगली ही गेंद पर उमेश यादव ने नाथन लॉयन को पगबाधा आउट कर आॅस्ट्रेलिया के नौवें विकेट का पतन किया और मैच में अपना चौथा शिकार किया।

साहा का कैच इतना शानदार था कि कप्तान विराट कोहली काफी देर तक उनको गले से लगाए रहे और शाबाशी दी। गौरतलब है कि रिद्धिमान साहा एमएस धोनी के टेस्ट क्रिकेट से 2014 में संन्यास लेने के बाद से ही भारत के प्रमुख विकेटकीपर बने हुए हैं। साहा के लिए विकेट के पीछे और बल्ले दोनों तरह से यह सत्र काफी शानदार रहा है। उन्होंने 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था। उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ ईडेन गार्डंस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर मैन आॅफ द मैच बने थे।

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चोटिल होने के चलते साहा इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में नहीं खेल पाए थे और उनके स्थान पर पार्थिव पटेल को टीम में स्थान दिया गया था। ईरानी ट्रॉफी में साहा ने दोहरा शतक लगाकर अपनी दावेदारी पेश की और बांग्लादेश के खिलाफ चयनकर्ताओं ने उन्हें पार्थिव पटेल के उपर तरहीज दी। रिद्धिमान साहा ने चयनकर्ताओं को निराश नहीं करते हुए हैदराबाद में खेले गए इस टेस्ट मैच में अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक लगाया।