महेंद्र सिंह धोनी को भारत में शायद कोई हो जो पसंद नहीं करता हो। अपने 12 साल के क्रिकेट करियर में महेंद्र सिंह धोनी ने अपने साथ ही भारत को भी कई यादगार लम्हें दिए हैं। क्रिकेट के लिहाज से झारखंड जैसे छोटे से प्रदेश की राजधानी रांची से निकलकर विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहनान बनाने तक महेंद्र सिंह धोनी की कहानी अपने आप में बहुत ही प्रेरणा दायक है। महेंद्र सिंह धोनी आज जो कुछ भी हैं उसके पीछे सिर्फ उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय का योगदान है। अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद अपने शुरूआती चार मैचों में फ्लॉप रहने वाले धोनी ने लोगों को बताया कि असफलताओं से निराश हुए बिना लगातार अच्छा करने का प्रयास ही सफलता का मूल मंत्र है।

महेंद्र सिंह धोनी की लोकप्रियता बच्चों में भी उतनी ही है जितनी बड़ो के बीच है। इसका उदाहरण भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की एक ताजा ट्वीट से मिलता है। दरअसल, वीरेंद्र सहवाग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक स्केच शेयर किया है। उस स्केच के साथ बल्लेबाजी करते हुए महेंद्र सिंह धोनी की एक तस्वीर भी है। वीरेंद्र सहवाग ने इस स्केच और तस्वीर के साथ अपनी ट्वीट में लिखा है, ‘ये जो स्केच आप देख रहे हैं वो मेरे बड़े बेटे आर्यवीर ने बनायी है। ये महेंद्र सिंह धोनी की स्केच है और इसमें भी माही मार ही रहा है।’ गौरतलब है कि हाल ही में महेंद्र सिंह धोनी की बॉयोपिक फिल्म आयी थी। उस फिल्म में एक डाइलॉग था, जिसमें धोनी जब स्कूल मैच में गेंदबाजों की धुनाई करते हैं तो उनका एक नन्हा प्रशंसक शहर में आकर लोंगों को बताता है कि ‘माही मार रहा है।’

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद भी मानते हैं कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जज्बे से सिपाही हैं, और बतौर क्रिकेटर वे सिर्फ टीम की बेहतरी चाहते हैं और कुछ नहीं। मुंबई में ईरानी ट्रॉफी के फाइनल मैच के बाद एनडीटीवी से खास बातचीत में प्रसाद ने एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा, ‘एक बैठक से पहले माही की पीठ खिड़की की तरफ थी और हमारा चेहरा सामने। वो बात करते जा रहे थे और पीछे सिर्फ आवाज़ से बता रहे थे कि आसमान में कौन सा लड़ाकू विमान उड़ रहा है। इसी बात को आगे ले जाते हुए प्रसाद ने कहा कि माही में एक सिपाही का जज्बा है।’