प्रतिभावान होना अलग बात है और उस प्रतिभा को सफलता में बदलना अलग बात है। विगत दो वर्षों में विराट कोहली ने अपना नाम दुनिया के कुछ सबसे फिट खिलाड़ियों की सूची में दर्ज करवाया है। लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि विराट कोहली ने अपना फिटनेस लेवल एक रात में नहीं इम्प्रूव किया है। इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की है, जिम में जमकर पसीना बहाया है। अपने फेवरेट खाने पीने वाली चीेजों की कुर्बानी दी है, संयम बरता है। विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा बताते हैं, ‘कोहली ने एक बार मुझसे कहा था कि यदि कप्तान के तौर पर मैं ही टीम के खिलाड़ियों को फिटनेस के प्रति प्रेरणा नहीं दे पाउंगा तो फिर कौन दूसरा कौन देगा?’

राज कुमार शर्मा कहते हैं, ‘अब पूरा क्रिकेट जगत जब विराट कोहली के फिटनेस लेवल की दुहाई दे रहा है तो इसके पीछे उसने काफी मेहनत की है। मैंने विराट को बच्चे से जवान होते देखा है। वह बचपन में बटर चिकेन, रोल्स और अन्य दूसरे फास्ट फूड को खाने के लिए टूट पड़ता था। ये सब चीजें उसको काफी पसंद थीं। लेकिन, आज किसी भी तरह का फास्ट फूड विराट के डाइट में नहीं है। क्रिकेट नेक्स्ट वेबसाइट से बातचीत करते हुए विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा ने कहा कि मटन रोल्स और बटर चिकेन के प्रति विराट का प्यार देखते ही बनाता था, लेकिन अब वह पूरी तरह बदल चुका है।

राजकुमार शर्मा ने बताया कि विराट कोहली अपनी फिटनेस को लेकर इतने शतर्क रहते हैं कि वह बाहर की चीजें खाने पीने से पूरी तरह बचते हैं। उन्होंने कहा, ‘विराट अपनी फिटनेस के प्रति काफी वफादार है। वह जब मुझसे मिलने आता है तो उसे बाहर से जूस लाकर नहीं दिया जाता। वह या तो ताजा फल खाना पसंद करता है या कुछ भी नहीं। वह कॉर्बोहाइड्रेट वाली कोई भी चीज खाने से सख्त परहेज करता है। अपनी दिनचर्या को लेकर काफी सख्त है और कभी भी जिम मिस नहीं करता।’ उनकी इन बातों से पता चलात है कि विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी के साथ ही अपनी फिटनेस पर कितनी मेहनत की है जिससे विकेटों के बीच उनकी दौड़ देखने लायक हुई है।