भारत के आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में फिर से नंबर एक बनने से आह्लादित कप्तान विराट कोहली ने सोमवार (3 अक्टूबर) को यहां शीर्ष पर पहुंचने की कवायद में लगी सभी टीमों को स्पष्ट चेतावनी दी कि अब इस लंबे घरेलू सत्र में रैंकिंग उनके नियंत्रण में रहेगी। भारत ने ईडन गार्डन्स पर दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को 178 रन से हराया। इससे उसने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजये बढ़त बनाई और वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हटाकर शीर्ष पर काबिज हो गया। भारत को इस सत्र में कुल 13 टेस्ट मैच खेलने हैं। कोहली ने भारत की जीत के बाद कहा, ‘हमारा लक्ष्य लगातार अच्छी क्रिकेट खेलना है। रैंकिंग में नंबर एक बनना और शीर्ष से हटना हमारे हाथ में नहीं है लेकिन इस लंबे सत्र में मुझे लगता है कि यह हमारे नियंत्रण में है।’ भारतीय कप्तान ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा की जमकर तारीफ की जिन्होंने दोनों पारियों दोनों पारियों में नाबाद अर्धशतक जमाए। इसके अलावा विकेट के पीछे भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। साहा को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया।
कोहली ने कहा, ‘साहा ने बेहतरीन खेल दिखाया। वह अभी देश का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर है। वह टेस्ट क्रिकेट में शानदार भूमिका निभा रहा है। वेस्टइंडीज में शतक बनाने से निसंदेह उसका मनोबल बढ़ा है और वह अब समझ गया है कि पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर कैसे बल्लेबाजी करनी है।’ उन्होंने मैच के बारे में कहा, ‘यह बेहतरीन टेस्ट मैच था। असमान उछाल के अलावा खेल आगे बढ़ने के साथ पिच बेहतर होती जा रही थी। साहा, भुवनेश्वर और शमी ने आखिर में जो योगदान दिया वे रन काफी महत्वपूर्ण साबित हुए।’ कोहली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पहली पारी में हमने कुछ ढीले शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए लेकिन दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने वास्तव में शानदार प्रदर्शन करके हमें दबाव में ला दिया। मुझे खुशी है कि रोहित ने अच्छी पारी खेली और दबाव को अच्छी तरह से झेला और ईडन के साथ उसके प्यार को तो सभी जानते हैं।’ भारतीय कप्तान ने दर्शकों का विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘सबसे अहम बात यह है कि आज (सोमवार, 3 अक्टूबर) दर्शकों ने विकेट लेने में हमारी मदद की। विशेषकर शमी की। जब गेंदबाज रन अप पर हो तो दर्शकों का साथ उसकी मानसिकता में बहुत बदलाव लाता है।’
ऋद्धिमान साहा को पहली बार मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा, ‘श्रृंखला जीतकर और अपना पहला मैन ऑफ द मैच पाकर मैं बहुत खुश हूं। टीम के मेरे साथियों और दर्शकों ने मेरा भरपूर समर्थन किया।’ उन्होंने दोनों पारियों में बल्लेबाजी की अपनी रणनीति के बारे में कहा, ‘मुझ पर दबाव नहीं था। मैं केवल बल्लेबाजी के लिए उतरा। अच्छी गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला और ढीली गेंदों को सीमा रेखा तक पहुंचाया। वेस्टइंडीज में शतक जड़ने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा लेकिन मैं कानपुर में पहले टेस्ट मैच में ज्यादा स्कोर नहीं बना पाया था और इसलिए मैंने शुरू में जमने में समय लगाया।’ साहा ने कहा, ‘विकेट के पीछे मैंने केवल अपनी भूमिका निभायी। मैंने आखिर तक गेंद पर नजर लगाये रखी और आराम से गेंद को पकड़ा।’ न्यूजीलैंड के कप्तान रोस टेलर ने भी साहा की तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि उनके खिलाड़ियों ने गर्म और उमस भरी परिस्थितियों में भारतीय टीम को कड़ी चुनौती दी।
केन विलियमसन के बीमार होने के कारण टीम की अगुवाई कर रहे टेलर ने कहा, ‘बेहद प्रभावशाली। गेंदबाजों ने जिस तरह से गर्म और उमस भरी परिस्थितियों में भारत को दबाव डाला वह प्रभावशाली था। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों विशेषकर साहा को श्रेय जाता है जिन्होंने दोनों पारियों में टिककर बल्लेबाजी की।’ उन्होंने कहा, ‘पहली पारी में 112 रन से पिछड़ने के बाद हमारी टीम दबाव में थी। हमने (दूसरी पारी में) शुरू में कुछ विकेट लिए लेकिन साहा और रोहित ने मैच हमसे छीन दिया। टाम लैथम ने आज अच्छी बल्लेबाजी की।’ टेलर ने उम्मीद जतायी कि विलियमसन अगले टेस्ट में फिट होकर वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘इससे पहले कभी इंदौर में नहीं खेले हैं यह देखना दिलचस्प होगा कि वहां के विकेट का मिजाज कैसा होगा। आज सोमवार (3 अक्टूबर) को केन विलियमसन को मैदान पर देखकर अच्छा लगा। वह अब भी थोड़ा बीमार लग रहा है लेकिन वह कल (मंगलवार, 4 अक्टूबर) नेट्स पर उतरेगा।’