भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच डीआरएस को लेकर हुआ विवाद समाप्त होता दिख नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार ने भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुम्बले पर अमर्यादित व्यवहार का आरोप लगाया है। द डेली टेलीग्राफ ने गुरुवार को छापी अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि कोहली ने एनर्जी ड्रिेंक की बोतल फेंकी जिससे ऑस्ट्रेलियन टीम का एक अधिकारी जख्मी हो गया। इसमें टीम इंडिया के कोच अनिल कुम्बले पर आरोप लगाया गया है कि कोहली को पहली पारी में एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने पर वे अंपायर्स से सफाई मांगने के लिए उनके कमरे में गुस्से में दाखिल हुए। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुम्बले ने इस वाकये के जरिए भारत के 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हुए मंकीगेट स्कैंडल में कठपुतली चलानेवाले की अपनी भूमिका को फिर से हासिल कर लिया।
अखबार ने रिपोर्ट में लिखा है, ” कोहली ऑस्ट्रेलिया की एकता के खिलाफ भारत के निर्लज्ज अभियान में आक्रामक भूमिका में हैं और इसके तहत वे एक ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी पर ऑरेंज गेटोरेड बोतल भी फेंक चुके हैं। लेकिन लगता है कि कोच कुम्बले जो कि मंकीगेट मामले के मुख्य उकसानेवाले थे, उन्होंने पर्दे के पीछे से कठपुतली चलानेवाले की अपनी भूमिका को फिर से पा लिया है। ऐसा समझा जाता है कि कुम्बले ने इस टेस्ट के दौरान मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड की कार्रवाई पर भी गुस्सा जताया, बीसीसीआई द्वारा आईसीसी को यह शिकायतें भेजी जाएंगी।” अखबार ने विराट कोहली पर ड्रेसिंग रूम में नाराजगी जाहिर करने और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब की ओर गला काटने जैसा इशारा करने का आरोप लगाया।
इसमें लिखा है, ”यह खुलासा हुआ है कि उसने(कोहली) ने खुद को आउट दिए जाने के बाद ड्रेसिंग रूम में खूब हंगामा किया, यहां उसने गेटोरेड की बोतल को टेबल पर फेंका। यहां से वह बोतल उछलकर ऑस्ट्रेलियन टीम के अधिकारी को लगी। कोहली ऑस्ट्रेलियन बॉक्स की ओर गाली-गलौज करते हुए भी देखे गए और बाद में उन्होंने पीटर हैंड्सकॉम्ब की ओर गला काटने का इशारा किया।” ऑस्ट्रेलियन अखबार ने विराट कोहली पर क्रिकेट की खेल भावना को मारने का दोष भी मढ़ा। रिपोर्ट में लिखा, ”पहले भी कई बार खेल भावना को मारा गया है लेकिन कोहली ने अपने व्यवहार से इसे एक बार फिर से मार डाला। उसका व्यवहार श्रीलंका के अर्जुन रणतुंगा के बाद सबसे खराब है।”
