भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने पहले वनडे में अपनी बल्लेबाजी से सभी का मन जीत लिया। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रहाणे ने भारतीय कप्तान विराट कोहली का भरपूर साथ दिया और टीम को जीत के करीब पहुंचाने का काम किया। कोहली और रहाणे की जोड़ी ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को मैच में वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। रहाणे एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में सीमा रेखा के पास अंदिले फेहुलकवायो के हाथों कैच आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 86 गेंदों में 79 रन बनाए थे, जिसमें पांच चौकों के अलावा दो छक्के भी शामिल थे। रहाणे को पहले दो टेस्ट मैच में खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर बैठना पड़ा था, लेकिन तीसरे टेस्ट और पहले वनडे मैच में रहाणे ने अपनी पारी से साबित कर दिया कि आखिर उन्हें भारत से बाहर एक बेहतर बल्लेबाज क्यों कहा जाता है। बता दें कि पिछले कुछ समय से रहाणे को वनडे टीम से बाहर रखा गया था, उनके स्थान पर मनीष पांडे और दिनेश कार्तिक को मौका दिया जाता रहा है। अजिंक्य रहाणे बतौर ओपनर टीम के लिए कई बार पारी की शुरुआत कर चुके हैं, लेकिन चौथे स्थान पर वो खुद को साबित करने में हर बार नाकाम ही रहे थे।

भारतीय पारी के दौरान अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में रहाणे ने जिस तरह का खेल दिखाया है, इससे आने वाले मैचों में भी कप्तान कोहली उन पर भरोसा जता सकते हैं। भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 वनडे मैच खेलना है। पहला मैच जीतने के बाद कप्तान कोहली टीम के प्लेइंग इलेवन के साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहेंगे। रहाणे के अलावा भारतीय युवा स्पिनर कुलदीप यादव ने भी इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया।

कुलदीप ने अपने दस ओवर में 3.4 के औसत से महज 34 रन खर्चे और तीन अहम विकेट भी निकाले। दक्षिण अफ्रीका की पिचों को हमेशा से तेज गेंदबाजी के लिए बेहतर माना जाता रहा है। ऐसे में कुलदीप यादव के इस प्रदर्शन को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। दक्षिण अफ्रीका में भारत की तरफ से कुलदीप पहले ऐसे स्पिनर हैं जो एक वनडे मैच में तीन विकेट लेने में कामयाब रहे।

रहाणे की बल्लेबाजी पर जानिए किसने क्या कहा