महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ कटक वनडे में तीन साल के लंबे अंतराल के बाद शतकीय पारी खेली। धोनी ने 122 गेंद में 10 चौकों और छह छक्कों की मदद से 134 रन बनाए। यह उनका 10वां वनडे सैंकड़ा है। इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली वनडे में शतक लगाया था। उन्होंने युवराज सिंह (150) के साथ मिलकर 25 रन पर तीन विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम को 381 रन के स्कोर पर पहुंचाया। दोनों के बीच 254 रन की साझेदारी हुई। धोनी और युवराज दोनों अपने पुराने रंग में दिखे। युवराज ने लगभग छह साल बाद वनडे में शतक बनाया। इससे पहले आखिरी बार उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप में वेस्ट इंडीज के खिलाफ सैंकड़ा बनाया था।
भारतीय पारी के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब स्टंप के लगकर गेंद सीमारेखा के बाहर चली गई और टीम इंडिया को चार रन मिल गए। रोचक बात यह भी रही कि कोई खिलाड़ी आउट भी नहीं हुआ। भारत की पारी के 44वें ओवर के दौरान लियाम प्लेंकेट ने गेंद डाली लेकिन गेंद नोबॉल रही। इस पर गेंद को फ्री हिट दी गई। प्लेंकेट ने गेंद स्टंप पर डाली, धोनी इसे मारने से चूक गए। इस पर गेंद ऑफ स्टंप के ऊपर जाकर लगी और इसके बाद विकेटकीपर के सिर के ऊपर से चौके के लिए चली गर्इ। अंपायर ने भारत के खाते में चार रन बाई के जोड़ने का इशारा किया। नियम है कि फ्री हिट गेंद पर बल्लेबाज केवल रन आउट हो सकता है। कटक वनडे में लियाम प्लेंकेंट सबसे महंगे साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 91 रन लुटाए और दो विकेट लिए। बताया जाता है कि ऐसा पहली बार हुआ जब कोई बल्लेबाज बोल्ड हो गया लेकिन टीम को चार रन मिल गए।

