ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के शुरुआती दो मैचों में नाकाम रहे रोहित शर्मा ने तीसरे वनडे में कंगारू गेंदबाजी की बखिया उधेड़ दी। 24 सितंबर को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए मैच में 294 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय ओपनर्स, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा ने शानदार शुरुआत दी। रोहित शर्मा ने अपना 33वां अर्द्धशतक छक्का जड़कर पूरा किया। मगर उससे पहले उन्होंने कुछ एक ऐसा शॉट लगाया कि गेंद स्टेडियम को पार कर गई। दूसरी पारी के आठवें ओवर में केन रिचार्डसन ने छोटी गेंद डाली। रोहित शर्मा क्रीज से आगे बढ़े और अपनी पूरी ताकत से बॉल को पुल कर स्क्वायर लेग की दिशा में उठा दिया। गेंद इतनी ऊंची गई कि वह स्टेडियम की छत पार करते हुए बाहर जा गिरी। मैदान में सभी गेंद को ताकते रहे गए। मगर दूसरी तरफ कप्तान विराट कोहली हैरानी से शॉट देखते रहे। उनकी प्रतिक्रिया देखने लायक थी। वीडियो देखें:
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रोहित और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 139 रनों की साझेदारी करते हुए जीत की नींव रखी। इसके बाद पांड्या और मनीष पांडे (नाबाद 36) ने पांचवें विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया। महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 3) और पांडे ने मिलकर जीत की औपचारिकता को पूरा किया। रोहित और रहाणे की जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत दी और आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान किया। 71 रन बनाने के लिए रोहित ने 62 गेंदें ही खेलीं और अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के मारे। उन्हें नाथन कल्टर नाइल ने पवेलियन भेजकर मेहमान टीम को पहली सफलता दिलाई। टीम के खाते में आठ रन ही जुड़े थे कि रहाणे कमिंस की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। रहाणे ने 76 गेंदें खेलीं और नौ चौके लगाए।
IND vs AUS 2017, 3rd ODI: Rohit Sharma Six https://t.co/BmsLYSmHRy #BCCI
— Cricket-atti (@cricketatti) September 24, 2017
दो सेट बल्लेबाजों के आउट होने के बाद भारत पर थोड़ा दबाव आ गया था। कोहली ने फिर जिम्मेदारी ली और टीम को 203 रनों के कुल स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने पांड्या के साथ तीसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़े। हालांकि, कोहली अपनी पारी को 28 रनों से आगे नहीं बढ़ा पाए। एश्टन अगर की गेंद पर वह फिंच के हाथों लपके गए। कप्तान का स्थान लेने आए केदार जाधव अपने बल्ले से सिर्फ दो रनों का ही योगदान दे सके।
तीन रनों के भीतर दो विकेट खोने के बाद मेजबान टीम एक बार फिर दबाव में थी। पांड्या ने आस्ट्रेलिया के सपने को तोड़ दिया। यहां से उन्होंने मनीष पांडे के साथ पारी को संभाला और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए। 72 गेंदें खेलते हुए पांड्या ने पांच चौके और चार छक्के लगाए। आस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने उनका कैच भी छोड़ा जिसका पांड्या ने बखूबी फायदा उठाया। जीत के लिए जब 10 रन चाहिए थे तभी पांड्या पवेलियन लौट लिए। इसके बाद धौनी और पांडे ने टीम को जीत दिलाई।

