भारतीय टेस्ट टीम में काफी समय तक पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करने वाले वसीम जाफर का बल्ला अभी भी उसी अंदाज में चल रहा है। भारतीय क्रिकेट में भले ही जाफर अपनी पहचान बनाने में कामयाब नहीं रहे हों, लेकिन घरेलू टूर्नामेंट्स में वह हमेशा ही कुछ अलग करने में सफल रहे हैं। लगभग 10 साल पहले जाफर ने आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था, लेकिन आज भी उनकी बल्लेबाजी में वही बात नजर आती है, जो दस साल पहले हुआ करती थी। 40 साल के जाफर की बल्लेबाजी को देख अच्छे-खासे युवा बल्लेबाज भी हैरान हैं। ईरानी ट्रॉफी में रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ जाफर ने शानदार दोहरा शतक लगाया। हालांकि, वो अपना तिहरा शतक पूरा करने से महज 14 रनों से चूक गए। जाफर की 286 रनों की बदौलत विदर्भ की टीम इस मैच में बेहद मजबूत स्थिति में पहुंच गई है।

wasim jaffar
वसीम जाफर।

इस मैच में वसीम जाफर पहले सेशन के दौरान ही बल्लेबाजी करने आ गए थे। पहला विकेट गिरने के बाद जाफर ने संजय रामास्वामी और बाद में सतीश गणेश के साथ साझेदारी कर टीम को बड़े स्कोर तक ले जाने का काम किया। रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम के गेंदबाज लगातार जाफर को आउट करने का प्रयास करते रहे, लेकिन जाफर बिना किसी परेशानी के खेलते रहे। 300 से ठीक पहले वह आउट हो गए।

जाफर 286 रन बनाकर सिद्धार्थ कौल की गेंद पर बोल्ड हो गए, लेकिन अपनी पारी के दौरान वो कई रिकॉर्ड अपने नाम करने में कामयाब रहे। जाफर ने इस मैच के दौरान घरेलू क्रिकेट में 18 हजार रन भी पूरे किए। इसके साथ वह वो ऐसा करने वाले छठे भारतीय बल्‍लेबाज भी बन गए। जाफर से पहले घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक रन सुनील गावस्‍कर ने बनाए थे। उन्‍होंने 338 मैचों में 25,834 रन बनाए थे।

घरेूल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने 310 मैचों में 25,396 रन, राहुल द्रविड़ ने 298 मैचों में 23,794 रन, वीवीएस लक्ष्‍मण ने 267 मैचों में 19,730 रन और विजय हजारे ने 238 मैचों में 18,740 रन बनाए। जबकि जाफर 242 मैचों के बाद ऐसा करने में कामयाब रहे।