क्रिकेट के महाकुंभ यानी विश्व कप में भारत अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से 6 बार भिड़ा है और हर मौके पर जीत का सहरा टीम इंडिया के सिर ही बंधा है। आज से दो साल पहले आॅस्ट्रेलिया की सरजमीं पर 15 फरवरी, 2015 को विश्व कप के एक मुकाबले में दोनों टीमें एक बार फिर आमने सामने थीं। एडिलेड क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मुकाबले में इतिहास एक बार फिर दोहराया गया और पाकिस्तान को हार मिली थी। भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान से ना हारने का सिलसिला इस बार भी जारी रखा। हालांकि, इस मैच से पहले भी हर बार की रह पाकिस्तान ने खूब रणनीतियां बनाई थीं। इस मैच में भारत के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच वैसे तो हर मुकाबला ही हाई वोल्टेज होता है और यदि मैच विश्व कप का हो तो दर्शकों के उत्साह की कोई सीमा नहीं होती। इस मैच में भी पहली गेंद फेंके जाने से पहले ही स्टेडियम में शोर अपने चरम पर था। दोनों टीमें जब नेशनल एंथम के लिए मैदान में उतरीं तो दर्शकों के शोर के बीच राष्ट्रगान सुनाई नहीं पड़ रहा था। यह मैच विराट कोहली के लिए याद रखा जाएगा। विराट कोहली भी वीरेंद्र सहवाग की तरह पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा अच्छा प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर का सर्वाधिक स्कोर (183) भी पाकिस्तान के विरुद्ध ही बनाया है। विराट भारत के लिए जब भी शतक बनाते हैं टीम को अधिकतर मौकों पर जीत मिलती है।
इस मैच में भी भारत ने पाकिस्तानी गेंदबाजों के सामने सधी शुरूआत की। भारत का पहला विकेट 34 रन के योग पर रोहित शर्मा के रूप में गिरा। उन्हें सोहेल खान की गेंद पर मिस्बाह उल हक ने कैच किया। इसके बाद मैदान में इंट्री हुई क्रिकेट जगत के एक उदयीमान बल्लेबाज की। जी हां हम बात कर रहे हैं विराट कोहली की। विराट कोहली ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 126 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 107 रनों की पारी खेली। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए शिखर धवन के साथ 129 रनों की साझेदारी की। शिखर धवन ने इस मैच में 76 गेंदों का सामना किया और 7 चौकों तथा एक छक्के की मदद से 73 रन बनाए। भारत का दूसरा विकेट शिखर धवन के रूप में गिरा। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए मैदान में सुरेश रैना का आगमन हुआ। रैना ने 56 गेंदों में 5 चौकों और तीन छक्कों की मदद से तेज तर्रार 74 रनों की पारी खेली।
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रैना और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी हुई। इस तरह भारत ने विराट कोहली के शतक और शिखर तथा रैना की अर्धशतकीय पारियों की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 300 रन बनाए और पाकिस्तान के सामने जीत के लिए एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। लक्ष्य कर पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने इस मैच में एक प्रयोग करते हुए अहमद शहजाद के साथ अनुभवी यूनिस खान को ओपनिंग के लिए भेजा। लेकिन, पाकिस्तान का यह प्रयोग असफल रहा और यूनिस खान 6 रन बनाकर मोहम्मद शमी के शिकार बने। इसके बाद अहमद शहजाद और हैरिस सोहेल ने कुछ प्रतिरोध का प्रयास किया लेकिन ज्यादा देर तक सफल नहीं रहे।
मिस्बाह उल हक को छोड़कर अन्य कोई पाकिस्तानी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका और पाकिस्तान की पूरी टीम 47 ओवरों में 224 रन बनाकर पवेलियन लौट गई। मिस्बाह ने सर्वाधिक 76 रनों की पारी खेली। भारत की तरफ से इस मैच में मोहम्मद शमी ने 9 ओवर में एक मेडन रखते हुए 35 रन देकर 4 पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। मोहित शर्मा और उमेश यादव ने दो-दो विकेट झटके। वहीं, स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला। इस तरह भारत ने छठी बार पाकिस्तान को विश्व कप में मात देकर अपने जीत का शत प्रतिशत रिकॉर्ड कायम रखा। विराट कोहली को उनके शानदार शतक के लिए मैन आॅफ द मैच खिताब से नवाजा गया।
