भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन करने वाली रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी पिछले कुछ समय से टीम से बाहर है। ये दोनों ही खिलाड़ी वनडे और टी-20 टीम में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए इनका टीम में वापसी करना बेहद मुश्किल माना जा रहा है। कुलदीप और चहल ने मिले मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए अभी तक शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में कयास लगाए जाने लगे हैं अश्विन और जडेजा की जोड़ी अब वर्ल्ड कप 2019 में भी टीम में नजर नहीं आएगी। ऐसे में भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा, ”रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी 2019 में होने वाले विश्व कप की दौड़ से बाहर नहीं हुई है”। अरुण का बयान हालांकि टीम के कप्तान विराट कोहली के उस बयान से मेल नहीं खाता जिसमें उन्होंने कहा था की युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी विश्व कप में टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। चहल और कुलदीप ने छह मैचों की मौजूदा सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को खासा परेशान कर रखा है।

आर अश्विन और रविंद्र जडेजा। (फाइल फोटो)

अरुण ने चौथे मैच से पहले कहा, “हम हमारे पास जो मौजूदा प्रतिभा है उस पर ध्यान देना चाहते हैं और उसके बाद हम फैसला लेंगे कि विश्व कप में कौन खेलेगा।”उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं है कि अश्विन और जडेजा रेस से बाहर हो चुके हैं। वे अभी भी टीम में आ सकते हैं।” कुलदीप और चहल की तारीफ करते हुए गेंदबाजी कोच ने कहा, “वे काफी सकारात्मक हैं। गेंद के साथ लड़ने में नहीं डरते हैं। अतिरिक्त स्पिन के लिए जाने से नहीं डरते हैं और न ही विकेट पर निर्भर हैं।”

अरुण से जब अश्विन और जडेजा के स्थान पर चहल और कुलदीप को लाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह रोटेशन पॉलिसी का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “श्रीलंका सीरीज के दौरान, हम खिलाड़ियों को परखना चाहते थे। हमारे पास गेंदबाजों का अच्छा समूह है। आप समझ सकते हैं, हम जितनी क्रिकेट खेल रहे हैं उसके हिसाब से हमें खिलाड़ियों को रोटेट करना पड़ता है ताकि वे हर प्रारूप में तारोताजा रहें।”