भारत और बांंग्लादेश के बीच हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इकलौते टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 687 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस विशाल स्कोर में भारत की तरफ से मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, रिद्धिमान साहा और रवींद्र जडेजा ने बल्ले से अहम योगदान दिया। जवाब में बांग्लादेश की पहली पारी 388 रनों पर सिमट गयी और इस तरह उसे भारत के सामने फॉलोआॅन के लिए विवश होना पड़ा। भारत की तरफ से बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया, उमेश यादव ने तीन, रवींद्र जडेजा और आर अश्विन ने दो-दो और भुवनेश्वर कुमार तथा इशांत शर्मा ने एक-एक बांग्लादेशी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया और मैच पर भारत की पकड़ बेहद मजबूत कर दी। इस दौरान मैच में टीम इंडिया की तरफ से कई रिकॉर्ड बने। हम आपको कुछ ऐसे ही रिकॉर्ड्स के बारे में बता रहे हैं…
डॉन ब्रैडमैन से आगे निकले विराट कोहली: विराट कोहली ने पिछली चार टेस्ट सीरीज में चार दोहरा शतक लगाया है। इसकी शुरुआत उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से की थी। इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड, फिर इंग्लैंड और अब बांग्लादेश के खिलाफ भी दोहरा शतक लगाया है। वह हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई 204 रनों की पारी के साथ लगातार चार टेस्ट सीरीज में 4 दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और भारत के राहुल द्रविड़ ने लगातार 3 टेस्ट सीरीज में 3 दोहरे शतक जड़े थे।
कप्तान के तौर पर सबसे अधिक दोहरा शतक लागाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने विराट कोहली: विराट कोहली ने टेस्ट मैचों में अपने सभी चार दोहरे शतक कप्तान के रूप में ही बनाए हैं। इसके साथ ही विराट कोहली अब बतौर कप्तान सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं। विराट के अलावा ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रेडमैन ने टेस्ट मैचों में कप्तानी करते हुए चार दोहरे शतक लगाए थे। भारत की बात करें, तो विराट से पहले नवाब पटौदी, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी ने कप्तान के तौर पर एक-एक दोहरे शतक लगाए थे। वैसे कुल दोहरे शतकों की बात करें, तो भारत में विराट कोहली से ऊपर वीरेंद्र सहवाग (6), सचिन तेंदुलकर (6) और राहुल द्रविड़ (5) का नंबर आता है।
डेनिस लिली को पछाड़ आर अश्विन ने हासिल किया खास मुकाम: साल 2016 के आईसीसी के ‘बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ और ‘टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ बने आर अश्विन ने हैदराबाद टेस्ट मैच में बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकुर रहीम को 127 रन पर आउट कर सबसे तेज 250 विकेटों का आंकड़ा पूरा किया। अब वह सबसे कम मैचों में 250 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन के करियर का यह 45वां टेस्ट मैच था। अश्विन से पहले सबसे कम मैचों में 250 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के नाम था। लिली ने 48 टेस्ट मैचों में यह मुकाम हासिल किया था।
विराट कोहली ने वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ा: विराट कोहली ने एक घरेलू सीजन में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ दिया है। विराट कोहली ने 2016-17 के सीजन में भारत में खेले गए 9 टेस्ट मैचों की 15 पारियों में 1140 से अधिक रन बना लिए हैं, जबकि सहवाग ने 2004-05 में 17 पारियों में 1105 रन बनाए थे। इस मामले में तीसरे नंबर पर इंग्लैंड के ग्राहम गूच हैं, जिन्होंने 1990 में घरेलु सरजमीं पर खेली गईं 11 पारियों में 1058 रन बनाए थे।
लगातार तीन पारियों में बनाए 600 से अधिक रन: टीम इंडिया टेस्ट मैचों की लगातार तीन पारियों में 600 से अधिक का स्कोर बनाने वाली दुनिया की एक मात्र टीम बन गई है। बांग्लादेश के खिलाफ 687 रन से पहले, भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट मैच में 631 और चेन्नई टेस्ट मैच में 759 रन बनाए थे।
किसी कप्तान का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर: बांग्लादेश ने जब से टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया है, तब से अब तक जितने भी कप्तानों ने उसके खिलाफ बड़ी पारियां खेली हैं, उनके बीच विराट कोहली दूसरे नंबर पर आ गए हैं। उन्होंने हैदराबाद में 204 रनों की पारी खेली। उनसे ऊपर दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ (232 रन) हैं।
पचास से अधिक के 6 स्कोर: 2009 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि टीम इंडिया के 6 बल्लेबाजों ने पारी में 50 से अधिक का स्कोर बनाया।
रिद्धिमान साहा भारतीय विकेटकीपरों में दूसरे स्थान पर: ऋद्धिमान साहा ऐसे पांचवें भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं, जिसने टेस्ट क्रिकेट में दो या ज्यादा शतक लगाए हैं। इस मामले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (6 शतक) सबसे आगे हैं। उनके बाद बुद्धि कुंदरन, फारुख इंजीनियर और सैयद किरमानी (2-2 शतक) हैं।
