टी20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी अमेरिका और वेस्टइंडीज में मिली। अमेरिका को पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट का आयोजन करने का मौका मिला। दुनिया के सबसे ताकतवर देश में क्रिकेट खिलाड़ियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। पहले भारत-पाकिस्तान के मैच पर आतंकी हमले की खबरें आई और अब ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाड़ियों ने व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
मैदान से बहुत दूर रुकी श्रीलंकाई टीम
श्रीलंका के कप्तान वानिंदु हसरंगा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उनकी टीम को सफर करने में काफी परेशानी उठानी पड़ी है। हसरंगा के मुताबिक उनकी टीम नासाओ काउंटी क्रिकेट स्टेडियम से काफी दूर रह रहे हैं। वहां से मैदान पर आने के लिए उन्होंने 90 मिनट लग जाते हैं। इसी मैदान पर टीम तीन जून को ग्रुप डी के मैच में साउथ अफ्रीका का सामना करेगी। यह मैच अमेरिका के समय के अनुसार सुबह साढ़े दस बजे होगा।
मैदान पर जल्दी पहुंचना चुनौती
हसरंगा ने परेशानियों के बारे में बात करते हुए कहा, ‘अगर मैच लाइट में होता है, तो हम 10:30 बजे लाइट में ही सब कुछ तैयार कर लेंगे। हमें बस एक ही बात की चिंता है। हमें सुबह साढ़े सात बजे मैदान आना पड़ा क्योंकि हम मैदान से बहुत दूर रह रहे हैं। मैदान तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटा लग जाता है। यही हमारी एकमात्र चिंता है.”
फ्लाइट में 12 घंटे की देरी
श्रीलंका की टीम को फ्लाइट के कारण ही परेशानी उठानी पड़ी। टीम को फ्लोरिडा से न्यूयॉर्क पहुंचने में 12 घंटे की देरी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा भी किया गया की श्रीलंका ने आईसीसी से शिकायत की है। श्रीलंका को अपने लीग राउंड के चार मैच चार अलग-अलग मैदान पर खेलने होंगे। उनको साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच न्यूयॉर्क में खेलना है इसके बाद वह बांग्लादेश के खिलाफ डलास में नेपाल के खिलाफ फ्लोरिडा में और नीदरलैंड्स के खिलाफ सेंट लूसिया में मैच खेलेगी।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी हुए परेशान
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की भी ऐसी ही शिकायत सामने आई थी। एश्टन एगर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि कप्तान पैट कमिंस का सामान सफर में खो गया था। वहीं ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस की क्रिकेट किट भी देरी से बारबाडोस पहुंची थी। ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को फ्लाइट में देरी के कारण अतिरिक्त समय अमेरिका में बिताना पड़ा।