संदीप पाटिल ने अपनी अगुआई वाले चयन पैनल के सोमवार (12 सितंबर) को यहां अंतिम बार भारतीय क्रिकेट टीम का चयन करने के बाद कहा कि चयनकर्ता होने की एकमात्र दुखद चीज यह है कि आप अपने कुछ मित्र गंवा देते हैं। सितंबर 2012 में मोहिंदर अमरनाथ को बर्खास्त किए जाने के बाद चयन समिति के अध्यक्ष नियुक्त किए गए पाटिल ने कहा कि वह अपने कार्यकाल का अंत प्रसन्न व्यक्ति के रूप में कर रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट की आगामी घरेलू श्रृंखला के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम का चयन करने के बाद पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए हमने कुछ कड़े और बड़े फैसले किए। अपने कार्यकाल के अंत में हमें खुशी है कि टीम तीनों प्रारूपों में काफी अच्छा कर रही है और मैं अगली समिति को शुभकामनाएं देता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘साथ ही बीसीसीआई को यह मौका देने के लिए धन्यवाद। मेरे कार्यकाल के दौरान बोर्ड ने कुछ शानदार फैसले किए। राहुल द्रविड़ के जूनियर और अनिल कुंबले के सीनियर टीम का कोच बनने के साथ बीसीसीआई ने जो खाका तैयार किया है उससे हम खुश हैं।’ पाटिल ने साथ ही कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान चयन मामलों में कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं था। उन्होंने कहा, ‘हमारे चार साल के कार्यकाल के दौरान किसी भी क्षेत्र के बीसीसीआई अधिकारी ने किसी सिफारिश के साथ चयन समिति से संपर्क नहीं किया।’
पाटिल ने साथी चयनकर्ताओं सबा करीम और विक्रम राठौड़ की मौजूदगी में घरेलू श्रृंखला की टीम चुनी जबकि गगन खोड़ा और एमएसके प्रसाद वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ऑस्ट्रेलिया से जुड़े। भारत के पूर्व बल्लेबाज ने साथ ही कहा कि टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, ‘हमने घरेलू सरजमीं पर हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है और मुझे यकीन है कि हम न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उम्मीद करते हैं कि हम भारत के बाहर भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’
वर्ष 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जल्दबाजी में आयोजित श्रृंखला के दौरान सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बारे में पाटिल ने कहा, ‘बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के बीच कुछ ऐेसे मामले होते हैं जो गोपनीय रहने चाहिए और उनका खुलासा नहीं होना चाहिए।’ प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने कहा कि विस्तृत खोज के बाद ही नयी चयन समिति को चुना जाएगा। उन्होंने कहा, ‘स्वयं किसी को चुनने की जगह हम सभी को चयनकर्ता पद के लिए आवेदन का मौका देना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने (साक्षात्कार के लिए) आवेदन मंगाए हैं।’ शिर्के ने कहा कि 60 बरस उम्र की सीमा यह सुनिश्चित करने के लिए रखी गई है कि आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को खेल के तीनों प्रारूपों में खेलने का अनुभव हो।