आज के दिन 2014 में न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैक्कुलम ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ शनदार बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक ठोका था। ये तिहरा शतक इसलिए खास है क्योंकि 391 टेस्ट मैचों के बाद न्यूज़ीलैंड के लिए किसी बल्लेबाज ने ये कारनामा किया था। यह टेस्ट मैचों के लिहाज से पहले तिहरे शतक के लिए किसी भी टीम द्वारा लिया गया सबसे ज्यादा वक़्त था। इससे पहले सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने के बाद तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भारत के नाम था। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने मार्च 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक लगाया था। वह भारत का 372वां मैच था। भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 71 साल नौ महीने और पांच दिन के बाद पहला तिहरा शतक लगा जबकि न्यूजीलैंड ने इससे अधिक 84 साल एक महीने और नौ दिन तक इंतजार किया।

वैसे तिहरे शतक के लिए सबसे लंबी अवधि तक इंतजार करने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के नाम पर है। हाशिम अमला ने 22 जुलाई 2012 को इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में नाबाद 311 रन की पारी खेली थी। इस शतक के साथ अमला ने दक्षिण अफ्रीका का 123 साल चार महीने और 11 दिन से चला आ रहा इंतजार खत्म किया था। यह दक्षिण अफ्रीका का 367वां मैच था। मैक्कुलम ने भारत के खिलाफ खेले गए इस मैच की दूसरी पारी में तिहरा शतक लगाया था। इस पारी में उन्होंने 775 मिनट तक  559 गेंदों का सामना करते हुए 32 चौके और 4 छक्कों की मदद से 302 रन बनाए थे। इस पारी में न्यूज़ीलैंड ने 8 विकेट खोकर 680 रन ठोके थे।

इस मैच में पहली पारी में हासिल की गई बढ़त के आधार पर भारत को 435 रनों का लक्ष्य मिला था। जवाब में विराट कोहली के शानदार शतक के बावजूद ये मैच ड्रा रहा। न्यूज़ीलैंड ने पहले पारी में खराब प्रदर्शन किया था। वे मात्र 192 पर ढेर हो गए थे लेकिन दूसरी पारी में मैक्कुलम ने कप्तानी पारी खेल न्यूज़ीलैंड को हार से बचा लिया। इस मैच के ड्रा हो जाने के चलते भारत ये सीरीज 1-0 से हार गया था।