न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के आलराउंडर खिलाड़ी कॉलिन मुनरो अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाना जाते हैं। वनडे और टी-20 में कई धमाकेदार पारियां खेलने वाले मुनरो ने खुद को अब टेस्ट क्रिकेट से दूर कर लिया है। मुनरो अपना पूरा ध्यान टी-20 ओर वनडे पर देना चाहते हैं, यही वजह है कि 30 साल की उम्र में ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने पर मुनरो ने कहा, ”टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की पीछे की वजह छोटे फॉर्मेटों पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना है। छोटे फॉर्मेट में अधिक समय देकर खुद को वर्ल्ड कप के लिए तैयार करने का ये बेहतर समय है। कॉलिन का अगला लक्ष्य टी-20 का वर्ल्ड कप है जिसके लिए वह पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं। इसके अलावा न्यूजीलैंड और दूसरे देशों में होने वाले काउंटी क्रिकेट के साथ भी उनका करार है। पिछले कुछ समय में मुनरो ने टी-20 में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ खेली गई टी-20 ट्राई सीरीज के दौरान भी मुनरो का बल्ला जमकर चला है।

कॉलिन मुनरो।

कॉलिन मुनरो ने साल 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेला था और वह उनके लिए कुछ खास नहीं रहा था। मुनरो ने कहा, ”वह टेस्ट क्रिकेट के लिए नहीं बने हैं, उन्हें टी-20 खेलना बेहद पसंद हैं और वह इस फॉर्मेट में लंबे समय तक खेलना चाहते हैं। मुनरो के संन्यास की घोषणा के बाद न्यूजीलैंड टेस्ट टीम से कॉलिन मुनरो का मान हटा दिया गया है।

मुनरो दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जो टी-20 के छोटे में फॉर्मेट में तीन शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं। इस साल आईपीएल की नीलामी में 1.9 करोड़ रुपए में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उन्हें खरीदा है। दिल्ली की तरफ से खेलते हुए मुनरो की कोशिश आईपीएल में भी अपने धमाकेदार फॉर्म को जारी रखने की होगी।