भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपनी विकेटकीपिंग की वजह से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में भी एक कमाल का कैच अपने नाम किया। कुलदीप यादव के ओवर में जोस बटलर का कैच पकड़ धोनी ने इंग्लैंड की टीम को बड़े स्कोर की ओर बढ़ने से रोकने का काम किया। दरअसल, पारी के 39वें ओवर में कुलदीप यादव के ओवर की आखिरी गेंद पर ऑफ साइड पर खड़े धोनी ने लेग साइड आकर कैच लपका। बटलर अपना अर्धशतक पूरा कर चुके थे, अगर थोड़ी देर वो मैदान पर और टिके रहते तो भारत की मुश्किलें बढ़ा सकते थे। ऐसे में धोनी ने उनका कैच पकड़ भरत को बड़ी राहत दिलाई। धोनी ने इससे पहले टी-20 सीरीज में भी अपनी विकेटकीपिंग से भारत को मुश्किल समय से निकालने का काम किया था। भारत की शानदार गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड की टीम 268 रन ही बना पाई। लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को धवन और रोहित की जोड़ी ने तेज शुरुआत दिलाई। धवन ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने डेविड विली और मार्क वुड के ओवरों में तीन-तीन चौके मारे।

रोहित ने वुड पर छक्के के साथ सातवें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। धवन हालांकि अगले ओवर में मोईन अली की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर आदिल राशिद को कैच दे बैठे। उन्होंने 27 गेंद की पारी में आठ चौके मारे। कोहली ने वुड पर चौके से खाता खोला जबकि इसी ओवर में रोहित ने भी दो चौके मारे। भारत के रनों का सैकड़ा 15वें ओवर में पूरा हुआ। कोहली ने इस बीच लियाम प्लंकेट और स्टोक्स पर चौके जड़े। रोहित ने स्टोक्स पर चौके के साथ 54 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने वुड पर चौके के साथ 55 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ। रोहित ने वुड के इस ओवर में दो चौके और मारे।
रोहित ने मोईन की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा लेकिन 92 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब प्लंकेट की गेंद पर प्वाइंट पर राय ने उनका मुश्किल कैच टपका दिया। रोहित ने आदिल राशिद पर छक्के के साथ 82 गेंद में शतक पूरा किया। कोहली हालांकि इसके बाद राशिद की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और बटलर ने उन्हें स्टंप कर दिया। भारत को इस समय 17 ओवर में जीत के लिए 43 रन की दरकार थी और रोहित ने लोकेश राहुल (नाबाद 09) के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। (भाषा इनपुट के साथ)