भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने के बाद कहा कि पिछले दो मैचों में भले ही चीजें टीम के हिसाब से नहीं रही हों लेकिन इसके बावजूद इनमें जीत हासिल करना प्रभावशाली है। कोहली ने 72 रन की शानदार शतकीय पारी खेली, जिससे उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। अफगानिस्तान के खिलाफ मैच के बाद से ही धोनी की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की जा रही है। यहां तक कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भी धोनी के खेलने के इस अंदाज से खुश नजर नहीं आए। इस पर कप्तान विराट कोहली ने कहा, ‘धोनी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है। एक मैच में अगर वह नहीं चलते हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि उनका फॉर्म खराब है, उन्हें वापसी करना आता है। धोनी ने कई मौकों पर टीम को जीत दिलाई है। वह गेम को अच्छी तरह समझकर फिर उसे अपने हिसाब से अंजाम तक पहुंचाने का काम करते हैं। उनकी यह योजना अक्सर टीम के पक्ष में रहा है। धोनी का टीम में होना हमारी खुशकिस्मती है।’
कोहली ने लगातार चौथी बार 50 या इससे अधिक रन बनाये और दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 20,000 रन पूरे करने का रिकार्ड बनाया। वह हालांकि फिर से अर्धशतक को शतक में बदलने में नाकाम रहे। उन्होंने अपनी पारी में आठ चौके लगाये। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैं शिकायत नहीं कर सकता। हम कल नंबर एक टीम बने और ईमानदारी से कहूं तो हम पिछले कुछ समय से ऐसा खेल रहे हैं। ’’अपनी पारी के बारे में कोहली ने कहा, ‘‘ तेजी से परिस्थितियों का आकलन करके बल्लेबाजी करना मेरा मजबूत पक्ष है। मेरे 70 प्रतिशत रन सिंगल से बने और इस तरह रन बनाना सर्वश्रेष्ठ है। ’’
भारतीय टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भी धीमी बल्लेबाजी की और आज भी वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा ही रहा। इस पर कोहली ने कहा, ‘‘बल्ले से देखें तो पिछले दो मैचों में चीजें हमारे मुताबिक नहीं रही, लेकिन हमने फिर भी जीत हासिल की और यह मेरे लिये प्रभावित करने वाला है। हम अफगानिस्तान के खिलाफ भी आज की तरह की स्थिति में थे। लेकिन हम पिछले मैच में ठीक से आकलन नहीं कर पाये। ’’ उन्होंने हार्दिक पंड्या की अंत में खेली गयी पारी की भी प्रशंसा की। (भाषा इनपुट के साथ)