भारत के खिलाफ होने वाले पहले दो टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने खिलाड़ियों का ऐलान कुछ दिन पहले ही किया है। इस टीम में ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट खिलाड़ी मैट रेनशॉ का नाम नहीं था। मैट रेनशॉ को टीम में शामिल नहीं करना ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारी पड़ सकता है। पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी में टीम की बल्लेबाजी वैसे भी बेहद कमजोर नजर आ रही है। मैट रेनशॉ ने क्वींसलैंड में अपने क्लब ट्यूमबुल के लिए शानदार तिहरा शतक जड़कर फॉर्म का परिचय दिया है। रेनशॉ 273 गेंदों का सामना करते हुए रिकॉर्ड 345 रन बनाने में कामयाब रहे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया रेनशॉ की इस पारी को देखने के बाद जरूर अपनी गलती का एहसास कर रहे होंगे। डेविड वॉर्नर की जगह मैट रेनशॉ टीम की ओपनिंग की कमान बखूबी संभाल सकते थे। वह पहले भी भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल चुके हैं। ऐसे में उनका अनुभव भी टीम के काम आ सकता था, रेनशॉ ने भारत के खिलाफ 4 मैच में दो अर्धशतक सहित कुल 232 रन बनाए हैं।
रेनशॉ ने साल 2016 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। रेनशॉ अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 टेस्ट की 20 पारियों में 33.47 की औसत से 636 रन बना चुके हैं। रेनशॉ के नाम एक शतक और 3 अर्धशतक भी दर्ज है। 345 रनों की शानदार पारी खेलने के बाद रेनशॉ ने भारत के खिलाफ होने वाली अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
भारत और आस्ट्रेलिया के खिलाफ छह दिसंबर से चार टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू हो रही है और इसका पहला टेस्ट मैच एडिलेड में खेला जाएगा। भारतीय टीम मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम से बेहतर दिखाई पड़ रही है। ऐसे में विराट कोहली की कप्तानी में टीम पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम करने में कामयाब हो सकती है।


