सुनील गावस्कर 71 साल की उम्र में भी काफी एक्टिव हैं। गावस्कर को दुनिया भर के लोग लिटिल मास्टर के नाम से भी जानते हैं जिनका नाम दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों में गिना जाता है। 20 साल के क्रिकेट करिअर में उन्होंने अपने नाम कई रिकॉर्ड बनाए हैं। यहां हम आपको गावस्कर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बता रहे हैं। गावस्कर के साथ बचपन में एक ऐसा हादसा हुआ था जिससे उनकी पूरी जिंदगी बदल गई थी। वरना वे क्रिकेटर नहीं बल्कि किसी तालाब या नदी में मछलियां पकड़ रहे होते। या यूं कहें कि क्रिकेटर की बजाए मछुआरे होते। उनकी जिंदगी का यह वाकया शायद बहुत कम लोग जानते हैं।
गावस्कर ने क्रिकेट से जुड़ीं तमाम बातों को अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है। गावस्कर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘Sunny Days’ में बताया है कि ‘मैं कभी क्रिकेटर नहीं बन पाता और न ही यह किताब लिखी गई होती… अगर मेरी जिंदगी में तेज नजरों वाले नारायण मासुरकर (चाचा) नहीं होते।’
गावस्कर ने बताया, ”जब मेरा जन्म हुआ तब मेरे परिजन मुझे देखने अस्पताल पहुंचे थे। उसी दौरान मेरे चाचा नारायण मासुरकर भी मुझे (भतीजे) को देखने आए थे और उन्होंने मेरे कान पर एक बर्थमार्क देखा था।” गावस्कर ने बताया, ”अगले दिन वो फिर अस्पताल आए और उन्होंने जिस बच्चे को गोद में उठाया, उस बच्चे के कान पर वो निशान नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने अस्पताल वालों से सभी नवताज शिशुओं को चेक करने को कहा। पहले तो अस्पताल का स्टाफ इस बात को गलतफहमी बताने लगा लेकिन उनके यह कहने पर कि उन्होंने अपने भतीजे के कान पर एक चिन्ह देखा था। फिर सभी बच्चों की जांच की गई तब नन्हें गावस्कर एक मछुआरे की पत्नी के पास सोते मिले।”
गावस्कर लिखते हैं, ”अस्पताल की नर्स ने गलती से मुझे वहां किसी मछुआरे की पत्नी के पास सुला दिया था और उसके बच्चे को मेरी मां के पास लिया दिया। अस्पताल में नहलाते वक्त शायद मैं बदल गया था। गावस्कर कहते हैं कि, ‘अगर उस दिन मेरे चाना ने मेरे बर्थमार्क पर ध्यान नहीं दिया होता, तो हो सकता था कि मैं आज मछुआरा होता।”
21 की उम्र में गावस्कर ने वेस्टइंडीज के घातक गेंदबाजों के खिलाफ उन्हीं की जमीन पर 220 रनों की पारी खेली थी। गावस्कर ने इस टेस्ट की पहली पारी में भी शतक बनाया था। वेस्टइंडीज के जिन घातक तेज गेंदबाजों के सामने दिग्गज भी कांपते थे और हेलमेट पहनकर भी खेलने से घबराते थे, उन्हें सुनील गावस्कर ने बिना हेलमेट के खेलकर लोगों को हैरान कर दिया था। लिटिल मास्टर ने अपने इंटरनेशनल टेस्ट करियर में 34 शतकों के साथ 10,122 रन (125 टेस्ट) बनाए। । गावस्कर ने 108 वनडे इंटरनेशनल में में 35.13 की औसत से 3092 रन बनाए. वनडे में वह 107वें मैंच में सिर्फ एक ही शतक लगा पाए।