भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ चिटिंग करते हुए पकड़े गए। इस मामले को लेकर भारत के कप्तान विराट कोहली ने फील्ड अंपायर से अपनी आपत्ति दर्ज करायी। इसके बाद भारत तथा आॅस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ियों की तरफ से लगातार इस मुद्दे पर बयान आ रहे हैं। आॅस्ट्रेलिया के दो पूर्व कप्तानों माइकल क्लार्क और स्टीव वॉ ने इस मामले में स्टीव स्मिथ को गलत ठहराया है। दरअसल, स्टीव स्मिथ की यह चोरी कप्तान विराट कोहली से पहले भारतीय टीम स्टाफ ने पकड़ ली थी और शिकायत के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे स्टीव स्मिथ की यह चोरी पकड़ी गयी।
आॅस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ को सबसे पहले बेंगलुरू टेस्ट की पहली पारी में मिचेल मॉर्श के खिलाफ भारतीय टीम द्वारा एलबीडब्लू की अपील के दौरान ड्रेसिंग रूम की तरफ देखते हुए नोटिस किया गया। स्टीव स्मिथ ड्रेसिंग रूम से यह कन्फर्म करना चाह रहे थे कि वो डीआरएस ले या नहीं। इशांत शर्मा की गेंद पर मिचेल मॉर्श बिना खाता खोले पगबाधा करार दिए गए। मिचेल मॉर्श ने रिव्यू नहीं लिया, लेकिन आॅस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम से उनके लिए कुछ इशारा किया गया और भारतीय टीम स्टाफ ने इस बात को नोटिस किया। टीम इंडिया के स्टाफ ने इसके बाद से आॅस्ट्रेलियाई स्टाफ की हरकतों पर नज़र रखने का फैसला किया।
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भारत और आॅस्ट्रेलिया का ड्रेसिंग रूम आस पास होने की वजह से टीम इंडिया के स्टाफ को कंगारुओं की हरकत पर नज़र रखने में आसानी रही। भारतीय टीम के वीडियो एनालिस्ट के लैपआॅप में मैच का लाइव फीड था, जिससे वो मैदान में हो रही हरकत को रियल टाइम में देख सकते थे, टेलिविजन पर प्रसारित होने में थोड़ा समय लगता है। इस तरह टीवी के दर्शकों को जब रिप्ले में इस बात का पता चला, उससे पहले ही टीम इंडिया के स्टाफ को स्टीव स्मिथ की चोरी का पता चल गया था और इसका भांडाफोड़ भी हो चुका था। हालांकि, बीसीसीआई की शिकायत पर आईसीसी ने स्टीव स्मिथ के खिलाफ कोई एक्शन लेने से इनकार कर दिया है।

