ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी बल्लेबाजी से वाहवाही लूटने वाले चेतेश्वर पुजारा इन दिनों रणजी में धमाल मचा रहे हैं। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में पुजारा ने शानदार शतक जड़ सौराष्ट्र को दूसरे सेमीफाइनल मैच में जीत दिलाने का काम किया। कर्नाटक के खिलाफ दूसरी पारी में 279 रनों का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की शुरुआत खराब रही। टीम ने 23 रनों पर ही अपने तीन अहम विकेट गंवा दिए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए चेतेश्वर पुजारा और शेल्डन ने टीम को संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए नाबाद 201 रन की साझेदारी कर चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक टीम को 224 के स्कोर तक पहुंचाया। इस दौरान एक पल ऐसा भी आया जब विनय कुमार की गेंद पर पुजारा के बल्ले से गेंद लगकर विकेटकीपर के हाथों में गई। विनय कुमार ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने इसे नकार दिया। 69 रनों पर ही पुजारा के रूप में टीम को चौथा झटका लग सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सौराष्ट्र ने पांचवें दिन आकर शानदार अंदाज में 5 विकेट से जीत हासिल की।

आउट होने के बावजूद पुजारा क्रीज पर डटे रहे, जो वहां मौजूद फैंस को बिल्कुल पसंद नहीं आया। पुजारा ने इस मैच में सबसे अधिक नाबाद 131 रन बनाने का काम किया। टीम को जीत दिलाने के बाज जब वह पवेलियन की तरफ वापस लौट रहे थे तो मैदान में मौजूद दर्शकों ने उन्हें ‘चीटर’ ‘चीटर’ कहकर हूट करना शुरू कर दिया। भारतीय टीम के खिलाड़ियों का अपने ही देश में इस तरह से हूटिंग बहुत कम बार देखने को मिलता है।

इस मैच में अंपायरिंग कर रहे गोवा के पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर खालिद के इस फैसले से कर्नाटक की टीम खुश नजर नहीं आई। अंपायर के एक गलत फैसले की वजह से टीम फाइनल का रास्ता सफर नहीं कर सकी। वहीं इस जीत से सौराष्ट्र की टीम रणजी ट्रॉफी में तीसरी बार फाइनल में पहुंची है। एक समय पर बैकफुट पर नजर आ रही सौराष्ट्र की पारी को पुजारा ने ना सिर्फ संभाला बल्कि टीम को जीत भी दिलाया।