कर्नाटक के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म से गुजर रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2017-18 में उनके प्रदर्शन ने उन्हें आम से एक खास बल्लेबाज बना दिया है। मयंक ने फाइनल मैच में सौराष्ट्र के खिलाफ शानदार 90 रनों की पारी खेली। इस पारी के साथ ही विजय हजारे ट्रॉफी में 700 से अधिक रन बनाने वाले मयंक पहले बल्लेबाज बन गए। मयंक ने 90 रनों की अपनी पारी में 11 चौके और तीन छक्के लगाए। इस दौरान उन्होंने 113.92 के स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी की। 90 रनों की पारी खेलते ही मयंक ने इस टूर्नामेंट में अपने 723 रन पूरे कर लिए। विजय हजारे ट्रॉफी के 8 मैचों के दौरान मयंक ने 90.37 दमदार औसत के साथ 723 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने तीन शतक और चार अर्धशतक भी जड़े। मयंक ने कुछ दिन पहले ही सेमीफाइनल मुकाबले में विराट कोहली, दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पा जैसे दिग्गजों का रिकॉर्ड तोड़ने का काम किया था। विजय हजारे ट्रॉफी में रन बनाने के मामले में मयंक ने इन सभी खिलाड़ियों को पछाड़ दिया था। वहीं सौराष्ट्र के खिलाफ फाइनल मुकाबले में शानदार पारी खेलकर उन्होंने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले एक टूर्नामेंट के दौरान सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था।

मयंक अग्रवाल और भारतीय टीम।

सचिन ने 2003 वर्ल्ड कप में 673 रन बनाए थे। सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए मयंक ने एक टूर्नामेंट के अंदर 723 रनों का एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, जिसको तोड़ना इतना आसान नहीं होगा। इसके साथ ही मयंक घरेलू क्रिकेट सीजन में 2000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने इसा साल रणजी ट्रॉफी में 1160 रन, टी20 टूर्नामेंट सयैद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 258 रन और विजय हजारे ट्रॉफी में 723 रन बनाए हैं।

लगातार बल्ले से रन बनाने के बावजूद भी मयंक इस बार भारत की तरफ से डेब्यू करने से चूक गए। श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले ट्राई सीरीज के लिए रविवार को टीम का ऐलान किया गया। सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में बीसीसीआई ने कई युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है। हालांकि, इन नामों में मयंक अग्रवाल का नाम शामिल नहीं है। मयंक को भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।