भारतीय बल्लेबाजों ने आज यहां तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन आस्ट्रेलिया के पहली पारी में 451 रन के मजबूत स्कोर के जवाब में सकारात्मक जज्बा दिखाया जिससे मेजबान टीम ने स्टंप तक एक विकेट गंवाकर 120 रन बना लिये। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल :67 रन: ने सीरीज में अपना चौथा अर्धशतक जमाया और मुरली विजय :नाबाद 42: के साथ मिलकर 91 रन की साझेदारी निभायी जो सीरीज में उनकी सर्वश्रेष्ठ भागीदारी है।

भारत को फालोआन बचाने के लिये अब भी 132 रन की दरकार है लेकिन विराट कोहली की फिटनेस चिंता की बात है, जिससे बड़ा स्कोर बनाने के लिये अन्य बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी। मौजूदा सीरीज में भारत के लिये साबित हो रहे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज राहुल का यह टेस्ट क्रिकेट में पांचवां अर्धशतक है। लेकिन जैसे ही वह बड़ा स्कोर बनाने की ओर बढ़ रहे थे, उन्होंने पैट कमिंस की गेंद पर बल्ला छुआकर मैथ्यू वेड को कैच दे दिया। उन्होंने 102 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके जमाये।

विजय भी दूसरे छोर पर प्रभावशाली दिख रहे थे और वे अपने 50वें टेस्ट में 42 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं जबकि स्टंप तक चेतेश्वर पुजारा 10 रन बनाकर उनके साथ हैं। जेएससीए की पिच अभी बल्लेबाजी के लिये अच्छी दिख रही है और राहुल ने कमिंस और जोश हेजलवुड के शुरूआती स्पैल को खेलने के बाद चारों ओर शाट लगाना शुरू किया। उन्होंने कमिंस और स्टीव ओकीफी पर तीन बाउंड्री जमायी जबकि दो चौके हेजलवुड की गेंदों पर लगाये।
इससे पहले भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा के पांच विकेट झटकने से आस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 451 रन पर सिमट गयी लेकिन उसके कप्तान स्टीवन स्मिथ 178 रन पर नाबाद रहे।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, “अजिंक्य रहाणे एक अनुभवी कप्तान की तरह नज़र आये। जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी में नये प्रयोग किये और जिस तरह से रवींद्र जडेजा ने शानदार गेंदबाज़ी की, उसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर साढ़े चार सौ पर ही रुक गया।” वो जडेजा की गेंदबाज़ी की तारीफ़ करते हुए ये भी कहते हैं कि बांये हाथ के इस स्पिनर ने क़रीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी की और कंगारू बल्लेबाज़ों की मुश्किलों को बढ़ा दिया था।