इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सीजन 11 का फाइनल मुकाबला रविवार (27 मई) को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के बीच खेला गया। इस रोमांचक मुकाबले में चेन्नई ने हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया। आईपीएल के सीजन 11 में यूं तो कई रिकॉर्ड बने हैं, लेकिन गेंदबाजी के क्षेत्र में कल दोनों टीमों के क्रिकेटर्स ने बेहद ही खास रिकॉर्ड बनाया है। हम बात कर रहे हैं हैदराबाद के पेसर भुवनेश्वर कुमार और चेन्नई के तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी की। भुवनेश्वर और एनगिडी किसी आईपीएल के फाइनल मुकाबले में मैडन ओवर फेंकने वाले पहले दो गेंदबाज बन गए हैं। दोनों ने यह शानदार कारनामा रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले के दौरान किया।

हैदराबाद के भुवनेश्वर कुमार ने यह कारनामा चेन्नई के पहले ओवर में ही कर दिखाया। हैदराबाद की तरफ से दिए गए 179 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम पहले ओवर में कोई रन नहीं बना सकी। दूसरी पारी का पहला ओवर हैदराबाद ने भुवनेश्वर को थमाया था। भुवनेश्वर की गेंदबाजी के सामने चेन्नई के शेन वॉटसन का बल्ला पहले ओवर में कोई कमाल नहीं कर सका और एक भी रन नहीं बने।

वहीं लुंगी एनगिडी ने यह कारनामा हैदराबाद की पारी के दौरान चौथे ओवर में कर दिखाया। एनगिडी ने इस मैच में चार ओवर फेंके, उन्होंने अपने दूसरे ओवर में हैदराबाद की टीम को एक भी रन नहीं बनाने दिया। केन विलियमसन को इस ओवर में रन बनाने में बेहद मुश्किल हुई और वे एक भी रन नहीं बना सके। एनगिडी ने फाइनल मुकाबले में चार ओवरों की गेंदहाजी करते हुए एक विकेट के नुकसान पर 26 रन बनाए।

बता दें कि फाइनल मुकाबले में हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए थे। चेन्नई ने यह लक्ष्य 18.3 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। चेन्नई के लिए शेन वाटसन 57 गेंदों 11 चौके और छह चौकों की मदद से नाबाद 117 रन बनाए। हैदराबाद के लिए यूसुफ पठान ने अंत में नाबाद 45 रन बनाए। कप्तान केन विलियमसन ने 47 रनों का योगदान दिया।