इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने कहा है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में तटस्थ अंपायरों की वापसी की योजना बनाई जा रही है। कोरोना महामारी के कारण 2020 में सभी वैश्विक खेल गतिविधी ठप पड़ गए थे। ऐसे में घरेलू अंपयार ही अंपयारिंग कर रहे थे। हालांकि, बार्कले ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ऐसा कब से होगा।
पिछले कुछ महीनों में कोरोना के मामलों में कमी आने के साथ स्टेडियमों में भी मैच का लुत्फ लेने प्रशंसक हुंचने लगे हैं। तटस्थ अंपायरों की वापसी के बाद से रिव्यू को लेकर नियम बदल सकता है। घरेलू अंपायरों की वजह से टीमों को अतिरिक्त रिव्यू मिल रहा है। टेस्ट में प्रत्येक पारी में टीमों को तीन-तीन रिव्यू और वनडे और टी-20 में दो-दो रिव्यू मिलता है।
क्रिकबज के अनुसार बार्कले ने कहा, ” मुझे लगता है कि कोरोना काल में घरेलू अंपायरों को टेस्ट में अंपायरिंग करने का कुछ मौका मिला। यदि आप आंकड़ों पर गौर करें, तो आप देख सकते हैं कि तटस्थ अंपायरों की तुलना में टीमों के प्रदर्शन पर इसका काफी असर पड़ा।”
बार्कले ने आगे कहा, “हम अब कोरोना के दूसरी ओर खड़े हैं और हम तटस्थ अंपायरिंग व्यवस्था को फिर से शुरू करने जा रहे हैं, जो कुछ हफ्ते पहले बोर्ड की बैठक में तय की गई थी। हम तटस्थ अंपायरों को फिर से मैदरान पर देखेंगे। परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण मैं आपको तारीख नहीं बता सकता, लेकिन जल्द ही ऐसा होगा।”
बांग्लादेश के अखबार न्यू एज के मुताबिक टेस्ट मैचों के दौरान दो मैदानी अंपायर में से एक तटस्थ रहेगा। इस बीच मैच रेफरी और टीवी अंपायर भी तटस्थ रहेंगे और चौथा अंपायर होम अंपायर होगा। बहरहाल सफेद गेंद यानी एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में घरेलू अंपायरों के द्वारा ही अंपायरिंग की जाएगी। दरअसल, बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए न्यूट्रल अंपयार अंपायरिंग कर रहे हैं।