रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम फेवरेट मानी जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह टीम का पिछला रिकॉर्ड है, धोनी की टीम फाइनल मुकाबलों में हमेशा दूसरी टीमों पर भारी पड़ती है। हालांकि, सनराइजर्स हैदराबाद के लिए यह सीजन शानदार रहा है और टीम ने अपनी परफॉर्मेंस से सभी को हैरान किया है। फाइल मुकाबले में हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन अगर इन बातों पर ध्यान देते हैं तो वह धोनी पर भारी नजर आ सकते हैं। कोलकाता के खिलाफ संदीप शर्मा की जगह खलील अहमद को खिलाकर विलियमसन ने सभी को चौंका दिया था, इस मैच में भी अहमद को मौका दिया जा सकता है। इस युवा तेज गेंदबाज की गेंदों से चेन्नई के बल्लेबाज परिचित नहीं है, ऐसे में टीम के बल्लेबाजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हैदराबाद की टीम इस साल सलामी जोड़ी में बदलाव करती रही है। केकेआर के खिलाफ रिद्धिमान साहा ने धवन के साथ ओपनिंग किया था, ऐसे में फाइनल मैच में विलियमसन एक नई जोड़ी को ओपनिंग करने के लिए भेज सकते हैं।

हैदराबाद की कोशिश टॉस जीतकर चेज करने की होगी। अगर वह ऐसा करने में कामयाब हो जाती है तो चेन्नई की परेशानी बढ़ सकती है। हैदराबाद के लिए चेजिंग करते हुए इस साल 32 प्रतिशत रन अकेले कप्तान विलियमसन ने बनाया है। वहीं इस मैच में मनीष पांडे को वापस प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। युसूफ पठान का विस्फोटक अंदाज इस सीजन फीका रहा है, लेकिन फाइनल मैच में एक शानदार पारी खेल वह इस मैच को यादगार बनाना चाहेंगे।
डेथ ओवर में हैदराबाद की टीम के लिए भुवनेश्वर कुमार और सिद्धार्थ कौल के अलावा और कोई विकल्प नजर नहीं आता। ऐसे में कप्तान की कोशिश शाकिब अल हसन और राशिद खान से पूरे ओवर कराने की होगी। शाकिब ने केकेआर के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था, इसके बावजूद भी वो सिर्फ तीन ओवर डालने में ही कामयाब रहे थे। पिछले मैच में राशिद खान ने अपनी बल्लेबजी से सभी का दिल जीत लिया, ऐसे में कप्तान जरूरत पड़ने पर उन्हें ऊपर भेज सकते हैं।


