बेन स्टोक्स भले ही सोमवार (20 फरवरी) की आईपीएल नीलामी में सबसे अधिक कीमत पर बिके हों लेकिन भारत के कुछ उदीयमान खिलाड़ियों ने भी मोटी रकम हासिल की जबकि इशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और इरफान पठान जैसे कई मंझे हुए क्रिकेटरों को कोई खरीदार नहीं मिला। आखिर फ्रेंचाइजी मालिकों ने किस तरह से खिलाड़ियों का चयन किया। अगर इस पर गौर करें तो आजमाये गये खिलाड़ियों को लेकर उनकी धारणा ने दोनों तरह से काम किया और इसमें किसी खिलाड़ी को फायदा मिला तो कुछ को नुकसान हुआ। इशांत शर्मा ने अपनी मूल कीमत दो करोड़ रुपए रखी और उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ा। दोनों दौर में उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला।

आईपीएल टीम के एक मालिक ने कहा, ‘इशांत शर्मा को अपना आधार मूल्य दो करोड़ रुपए नहीं रखना चाहिए था। वह भारत की तरफ से टी20 में नहीं खेलते हैं और उन्हें टेस्ट गेंदबाज माना जाता है। वह केवल टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। अच्छा रहता है कि वह अपना अहं एकतरफ रखकर अपना आधार मूल्य 30 लाख रुपए के आसपास रखते। वरुण आरोन को इसका फायदा मिला जबकि इशांत उससे अधिक बेहतर गेंदबाज है।’ बायें हाथ के तेज गेंदबाज टी नटरानज और ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम को तमिलनाडु प्रीमियर लीग और कर्नाटक प्रीमियर लीग में अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिला। नटराजन को किंग्स इलेवन पंजाब ने तीन करोड़ जबकि गौतम को मुंबई इंडियन्स ने दो करोड़ रुपए में खरीदा।

दिग्गज खिलाड़ियों में चेतेश्वर पुजारा ने अपना आधार मूल्य केवल 50 लाख रुपए रखा था लेकिन उन पर ‘टेस्ट विशेषज्ञ’ का ठप्पा लगा हुआ है जो उनके खिलाफ गया। राहुल द्रविड़ के बाद भारत की दूसरी दीवार माने जाने वाले पुजारा ने हाल में हैदराबाद में कहा था, ‘उम्मीद है कि लोगों की धारणाएं बदलेंगी।’ लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उन्हें लगातार दूसरे साल आईपीएल अनुबंध से वंचित होना पड़ा। इरफान पठान को एक अलग तरह की वास्तविकता के कारण बाहर ही रहना पड़ा। पठान जूनियर को लेकर एक व्यंग्य चल रहा है कि वह ‘जनवरी से जून’ तक के क्रिकेटर हैं जो कि आईपीएल नीलामी से पहले ही अच्छा प्रदर्शन करते हैं।

इरफान को भले ही बुरा लग रहा होगा लेकिन उनकी तेजी पहले जैसी नहीं रही और वह बड़े हिटर भी नहीं हैं। हालांकि मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में उनके एक दो अच्छे प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया में चर्चा है। दूसरी तरफ से केरल के बासिल थम्पी को गुजरात लायन्स ने 85 लाख रुपए में खरीदा। मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने लगातार 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी की तथा डेथ ओवरों में नियमित यार्कर की। उन्होंने सही समय पर अपना प्रदर्शन दिखाया। जो धारणा पुजारा के लिये नकारात्मक हुई वही राजस्थान के बायें हाथ के तेज गेंदबाज अनिकेत चौधरी के लिये सकारात्मक बनी जिन्हें रायल चैंलेंजर्स ने दो करोड़ रुपए में खरीदा।

अनिकेत भारतीय टेस्ट टीम के लिये नेट्स पर नियमित तौर पर गेंदबाजी करते रहे हैं और कप्तान विराट कोहली लगातार उनका सामना करते रहे हैं। कोहली को पता है कि अनिकेत क्या कर सकते हैं और इसलिए आरसीबी ने उनके लिये लगातार बोली लगायी। मोहम्मद सिराज को 2.6 करोड़ रुपए में सनराइजर्स हैदराबाद में खरीदा। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 40 से अधिक विकेट लिये। वीवीएस लक्ष्मण को भी हैदराबादी खिलाड़ी को लेकर कुछ पता है। पवन नेगी और कर्ण शर्मा को छोटे प्रारूप का विशेषज्ञ होने के कारण करार मिला। रणजी ट्रॉफी में 1400 से अधिक रन बनाने वाले प्रियांक पांचाल को भी प्रथम श्रेणी का ही क्रिकेटर मानकर नकार दिया गया।