मुनाफ पटेल के लिए आईपीएल 10 के साथ ही समय का पहिया पूरे 360 डिग्री घूमा है। वे लंबे समय से आईपीएल की चमक से दूर थे और घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे। नवंबर 2016 में बड़ौदा की ओर से उन्होंने फर्स्ट क्लास में आखिरी बार मैच खेला था। 16 अप्रैल को मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुजरात लॉयंस की ओर से जब मुनाफ पटेल के खेलने का ऐलान हुआ तो कई लोग चौंक गए। गुजरात के कप्तान सुरेश रैना ने टॉस के वक्त कहा कि मुनाफ यह मैच खेलने जा रहे हैं। उन्हें चार साल यानि 1426 दिन बाद आईपीएल में खेलने का मौका मिला है।
मुंबई इंडियस के खिलाफ उतरने से पहले आखिरी बार उन्होंने 21 मई 2013 को आईपीएल मैच खेला था। उस साल वे मुंबई इंडियंस के पाले में थे और चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मैदान में उतरे थे। इस मैच में उनका प्रदर्शन अपेक्षा के अनुसार नहीं रहा था। उनके तीन ओवर्स में सुपरकिंग्स के बल्लेबाजों ने 32 रन बटोरे थे और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था। वे माइक हसी और सुरेश रैना के विशेष निशाने पर रहे थे। हालांकि यह मैच मुंबई इंडियंस ने जीत लिया था और आईपीएल का खिताब भी अपने नाम किया था।
रोचक बात है कि अब तब मुनाफ पटेल की वापसी हुई तब वे सुरेश रैना की कप्तानी वाली टीम के सदस्य हैं। 2013 में रैना की बल्लेबाजी के कारण ही मुनाफ टीम से बाहर हुए थे। इस बार आईपीएल की नीलामी में गुजरात लॉयंस ने मुनाफ को 30 लाख रुपये में खरीदा था। उन्होंने आईपीएल के इतिहास में 62 मैच में 74 विकेट निकाले हैं। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 21 रन देकर पांच विकेट हैं। उन्होंने गुजरात लॉयंस के अलावा मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स का भी आईपीएल में प्रतिनिधित्व किया है।
मुनाफ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में साल 2006 में डेब्यू किया था। शुरुआत में अपनी रफ्तार के चलते उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि इसके बाद लगातार चोटों के चलते उनकी स्पीड में कमी होती गई। उनका गेंदबाजी एक्शन काफी हद तक ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्राथ से मिलता है। 2011 में जब भारत वर्ल्ड कप विजेता बना था तब मुनाफ पटेल भी उस टीम के सदस्य थे। उन्होंने टीम इंडिया की ओर से 70 वनडे खेले और 86 विकेट लिए। वहीं 13 टेस्ट में 35 विकेट निकाले।

