महिलाएं जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक पुरुष के मुकाबले अपना हुनर दिखा रही हैं। बिजनेस हो या कॉरपोरेट, आर्मी हो या एयरलाइंस हर क्षेत्र में महिलाएं अव्वल हैं। खेल जगत में भी मिताली राज, हरमनप्रीत कौर, झूलन गस्वामी जैसी तमाम महिलाओं ने इतिहास रचा है। हाल ही में एक महिला क्रिकेटर ने कोविड-19 के बीच इतिहास रचा है। दरअसल, यहां बात हो रही है भारतीय महिला क्रिकेटर शरान्या सदारंगानी Sharanya Sadarangani) के बारे में।

वह ईसीएस टी10 लीग में खेलने वाली पहली महिला बन गई हैं। सदारंगानी केएसवी क्रिकेट क्लब की ओर से पीएसपी के खिलाफ मैदान में उतरीं। हालांकि, उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। KSV को इस मैच में 5 विकेट से हार मिली। मैच में उनकी टीम 8 ओवर में 9 विकेट पर 53 रन ही बना पाई।

केएसवी की ओर से सदारंगनी आखिरी नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरीं और रन आउट हो गईं। उनकी टीम भी महज 53 ही बना पाई।  हालांकि केएसवी की ओर से सदारंगानी ने विकेटकीपिंग शानदार तरीके से की। उन्‍होंने बल्‍लेबाज अदील अहमद का कैच लिया लेकिन उन्‍हें कैच आउट नहीं दिया गया।

बता दें कि वैसे इस लीग में जेंडर मायने नहीं रखता लेकिन सदारंगनी ने पुरुष की टीम में खेलकर खुद की काबिलियत दिखाई। भले ही वह कुछ खास न कर पाई हों लेकिन उन्होंने अपने दम पर इस लीग में जगह तो बनाई। सदारंगानी साल 2012 में वेदा कृष्‍णमूर्ति के साथ कर्नाटक अंडर 19 टीम का हिस्‍सा भी रह चुकी हैं।

डीसीबी के सीईओ ब्रायन मेंटले ने कहा कि शारु बेहतरीन खिलाड़ी हैं, वह जर्मनी में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए लगातार योगदान दे रही हैं। जहां तक ​​मैच का सवाल है, केएसवी ने शानदार शुरुआत की।

केसीवी की ओर से शोएब खान ने एक चौका और एक छक्का लगाया। उन्होंने अपनी टीम को शानदार शुरुआत दिखाई। हालांकि, वह आखिरी गेंद पर आउट हुए। इस मैच के दौरान सुलेमान काकर ने 22 रन बनाए बाकी कोई कुछ खास नहीं कर पाया।