दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय कप्तान विराट कोहली का बल्ला जमकर हल्ला बोल रहा है। उन्होंने वनडे सीरीज के पहले ही मैच में शतक जड़ा था। डरबन वनडे में कोहली के अलावा अजिंक्य रहाणे ने अर्धशतकीय पारी खेली तो वहीं दूसरे वनडे में शिखर धवन ने 51 रन बनाए। डरबन और सेंचुरियन में जीत हासिल करने के बाद कप्तान विराट कोहली की नजरें केपटाउन वनडे जीतने पर होगी। इस मैच को जीतकर विराट कोहली के पास भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ सकते हैं। साल 2011 में धोनी की कप्तानी में भारत ने लगातार दो मैचों में जीत हासिल की थी, लेकिन वो तीसरा मैच हार गई थी। अगर विराट कोहली बुधवार को केपटाउन वनडे जीतने में कामयाब होते हैं तो उनके नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ जाएगा। केपटाउन की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। इस समय भारत के पास अच्छे तेज गेंदबाज मौजूद हैं।

गेंदबाजी में भारत के पास भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह है। भुवनेश्वर ने इसी मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की थी। इसी मैदान पर खेलते हुए बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। बुनराह ने अपनी गेंदबाजी से साबित कर दिया था कि वो तीनों फॉर्मेट में खेल सकते हैं। इन दोनों के अलावा पंड्या तीसरे तेज गेंदबाज के विकल्प हैं। वहीं पिच को देखते हुए मोहम्मद शमी और उमेश यादव को भी मौका दिया जा सकता है।
पहले दो वनडे में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज चाइनामैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी से परेशान रहे हैं। तीसरे मैच में भी कप्तान कोहली इन दोनों को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल करेंगे। गेंदबाजों में टेस्ट में मेजबानों के पास डेल स्टेन और वार्नोन फिलेंडर के रूप में दो विश्व स्तरीय गेंदबाज थे, लेकिन वनडे में ये दोनों ही टीम से बाहर हैं। हालांकि टीम के पास नगिड़ी, कागिसो रबादा, क्रिस मौरिस के रूप में अच्छे विकल्प हैं।