भारतीय महिला टीम ने शनिवार को ग्रुप-बी के अपने आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से हरा दिया। भारत की ओर से इस मैच में बल्ले से स्मृति मंधाना ने सबसे अधिक 83 रनों का योगदान दिया। मंधाना ने 55 गेंदों में नौ चौके और तीन छक्कों की मदद से शानदार 83 रनों की पारी खेली। वहीं गेंदबाजी अनुजा पाटिल ने सबसे अधिक तीन विकेट अपने नाम झटके। इसके अलावा दीप्ति शर्मा ने दो महत्वपूर्ण विकेट अपने नाम किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम को शुरुआती झटके दीप्ति ने दिलाने का काम किया। दीप्ति ने पहले खतरनाक दिख रही एलीसे विलेनी को वेदा कृष्णामूर्ति के हाथों 6 के स्कोर पर कैच आउट कराया। इसके बाद अगली ही गेंद पर 19 रनों पर बल्लेबाजी कर रही बेथ मूनी को बोल्ड कर दीप्ति ने ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों को खत्म करने का काम किया। इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के सामने 168 रनों की मजबूत चुनौती रखी।

मिताली की अनुपस्थिति में मंधाना के साथ तन्या भाटिया को पारी की शुरुआत के लिए भेजा गया। तान्या (2) पांच के कुल स्कोर पर आउट हो गईं। जेम्मिाह रोड्रिगेज (6) भी कुछ खास नहीं कर पाईं। मंधाना ने 55 गेंदों में नौ चौके और तीन छक्कों की मदद से आतिशी पारी खेली। मंधाना ने इस मैच में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अपने 1000 रन भी पूरे कर लिए। वह मिताली राज के बाद सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं।

वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए एलिसे पैरी ने सबसे ज्यादा नाबाद 39 रन बनाए। उन्होंने 28 गेंदों की अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। उनके बाद एशले गार्डनर 20 रनों के साथ टीम की दूसरी सर्वोच्च स्कोरर रहीं। भारत के लिए अनुजा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए बाकी तीन गेंदबाजों ने दो-दो विकेट अपने नाम किए।