निदास ट्राफी के फाइनल में अंतिम गेंद फेंकी जा रही थी, बांग्लादेश की ओर से सौम्य सरकार बॉलिंग कर रहे थे। उनके खाते में एक बॉल ही बची थी, इस गेंद से वह इतिहास लिख सकते थे। इधर इंडियन फैंस का बुरा हाल था, किसी ने आंखें बंद कर ली, तो कई लोग टीवी के करीब खड़े हो गये, कोई हाथ ऊपर उठाकर दुआ मांगने लगा, तो किसी ने मन ही मन भगवान को याद किया और संडे गिफ्ट मांग ली। ये सिलसिला चल ही रहा था कि कुछ सेकेंड के बाद लोग जोर से चिल्लाए- छक्का, सिक्सर। हुर्रे। भारत ने मैच जीत लिया। दिनेश कार्तिक ने वो कर दिखाया जो क्रिकेट के पिच पर सालों-साल में कभी कभार देखने को मिलता है। उन्होंने बांग्लादेश के जबड़े से जीत छीन ली थी। दिनेश कार्तिक ने आखिरी बॉल में छक्का कर भारत की झोली में निदास ट्राफी का चमचमाता कप डाल दिया। भारत को इस आखिरी बॉल पर 6 से कम कुछ भी मंजूर नहीं था। क्योंकि मैच जीतने के लिए इसी आखिरी गेंद पर टीम को 5 रन चाहिए था। इस अंसभव से दिखने वाले कारनामे को दिनेश कार्तिक से सच कर दिया। वीडियो में दिनेश कार्तिक द्वारा लगाये गये विजयी छक्का को आप नीचे देख सकते हैं।

दिनेश कार्तिक ने 8 गेंद में 2 चौके और 3 छक्के की बदौलत 29 रन की आतिशी पारी खेली और भारत ने आर.प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए निदास ट्रॉफी टी-20 त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मैच में बांग्लादेश को चार विकेट से हरा दिया। कार्तिक जिस समय बल्लेबाजी के लिए आए थे, उस समय भारत बेहद मुश्किल स्थिति में था। उस वक्त टीम को जीतने के लिए 2 ओवर में 34 रन चाहिए थे। यूं तो ये स्कोर मुश्किल था, लेकिन क्रिकेट और क्रिकेट का टी-20 फॉरमेट इसी रोमांच का नाम है। कार्तिक ने दो छक्कों और दो चौकों की मदद से भारत को 12 गेंदों पर 34 रनों से 6 गेंदों पर 12 रनों तक पहुंचा दिया। अंतिम ओवर में भी विजय ने गेंदें खराब कीं और फिर पांचवीं गेंद पर आउट हो गए। हालांकि जाने से पहले उन्होंने एक चौका लगाया था। अंतिम गेंद पर भारत को जीत के लिए छक्के की जरूरत थी और कार्तिक ने यह कमाल करते हुए भारत को यादगार जीत दिला दी।

इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। बांग्लादेश की टीम 20 ओवरों में आठ विकेट गंवाकर 166 रन बना सकी। भारत को जीत के लिए बाग्लादेश की ओर से 167 रनों का लक्ष्य मिला। टीम इंडिया की ओर से युजवेंद्र चहल ने बेहतरीन गेंदबाजी की और 18 रन देकर 3 विकेट लिये।