भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण इन दिनों अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘281 एंड बियोंड’ के जरिए कई बड़े खुलासे कर रहे हैं। मंगलवार को शाम नई दिल्ली में लक्ष्मण ने इस बुक का अनावरण किया। इस दौरान उनके पुराने दोस्त वीरेंद्र सहवाग, आशीष नेहरा, इरफान पठान, मुरली कार्तिक और गौतम गंभीर भी वहां मौजूद थे। ‘281 एंड बियोंड’ के विमोचन के बाद से ही किताब के जरिए कई पुरानी घटनाओं का जिक्र किया जा रहा है। हाल ही में लक्ष्मण ने अपनी किताब में दावा किया था कि पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल को अंतरराष्ट्रीय टीम कैसे चलाए इसकी जानकारी नहीं थी। अब लक्ष्मण के किताब में साल 2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र है। इस दौरे पर सिडनी में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और एंड्रयू सायमंड् के विवाद को भला कौन भूल सकता है। इस विवाद की वजह अंपायर्स के गलत फैसले को बताया जा रहा था।
लक्ष्मण ने अपने किताब में लिखा, ”टीम के खिलाड़ी अंपायर्स के फैसले से काफी खफा थे, खिलाड़ी सीरीज वहीं छोड़ वापस देश लौटना चाह रहे थे। इन खिलाड़ियों में मेरा नाम भी शामिल था, मैंने तो यहां तक कह दिया कि यहां रहने का कोई मतलब नहीं, बैग उठाओ और घर चलो। हालांकि, उस दौरान टीम के कप्तान रहे अनिल कुंबले ने ड्रेसिंग रूम में मामले को संभालने का काम किया। अब सोचता हूं कि कुंबले ने उस दौरान जो किया वो बिल्कुल सही था।”
बता दें कि विवादों से भरे इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 122 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, तीसरे टेस्ट मैच में टीम ने जबर्दस्त वापसी करते हुए 72 रनों से जीत हासिल की। पर्थ टेस्ट में इरफान पठान ने गेंद और बल्ले दोनों से ही टीम की जीत में अहम योगदान दिया था। चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज को भारतीय टीम जीतने में कामयाब नहीं हो सकी थी। बता दें कि मौजूदा समय में भी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और इस समय में टीम के पास सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है।