भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने खिलाड़ियों के संयुक्त प्रदर्शन के दम पर मंगलवार को नॉर्थ-वेस्ट यूनिवर्सिटी ग्राउंड में हुए चतुष्कोणीय श्रृंखला के मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हरा दिया। भारत ने टॉस जीतकर मेजबान टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और उसे 39.3 ओवरों में 119 रनों पर ढेर कर दिया। इसके बाद मामूली से लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत ने 41.2 ओवर लिए और तीन विकेट खोए।

भारत की शुरुआत खराब रही और दीप्ति शर्मा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गईं। 33 गेंदों में 12 रन बनाने वाली पूनम राउत 38 के कुल स्कोर पर मोसेलिने डेनिएल्स की शिकार बनी। 38 के कुल योग पर दो विकेट गिरने के बाद उतरीं कप्तान मिताली राज (नाबाद 51) ने मोना मेश्राम के साथ 33 रन जोड़े। दोनों खिलाड़ियों ने धीमी गति से लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाए। मोना ने 93 गेंदों में 38 रन बनाए जिसमें चार चौके शामिल हैं। मेश्राम 27वें ओवर की पहली गेंद पर 71 के कुल योग पर पवेलियन लौटीं। शबनीम इस्माइल की गेंद पर उनका कैच मारिजाने कैप ने लिया। इसके बाद मिताली ने हरमनप्रीत कौर (14) के साथ चौथे विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई। मिताली ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 66 गेंदें खेलीं और छह चौके तथा दो छक्के लगाए।

इससे पहले, झूलन गोस्वामी और शिखा पांडे की आगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान बल्लेबाजों पर जैसे लगाम कस दिया और लगातर विकेट चटकाते हुए उन्हें 119 रनों पर ढेर कर दिया। झूलन और शिखा ने इस मैच में तीन-तीन विकेट लिए। भारतीय टीम की सबसे अनुभवी गेंदबाज झूलन इसके साथ ही एकदिवसीय में सबसे ज्यादा विकेटे लेने वाली महिला गेंदबाज भी बन गईं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सकीं। उसके लिए मिग्नोन डु प्राइज ने सर्वाधिक 31 रन बनाए। उनके अलावा तृषा चेटी ने 28, कैप ने 23 और लॉरा वोल्वार्डट ने 17 रन बनाए।