न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ल्यूक रोंची ने कहा कि अभ्यास मैच में मुंबई ने मेहमान टीम को दिखाया कि भारतीय हालात में कैसे खेलना है और आगामी टेस्ट श्रृंखला में भारत को हराने के लिए उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना होगा। रोंची का मानना है कि भारत दौरे पर टीम के एकमात्र अभ्यास मैच से नकारात्मक से अधिक सकारात्मक नतीजे मिले। रोंची ने मैच ड्रा समाप्त होने के बाद कहा, ‘मुझे लगता है कि हम उस विकेट पर खेलने के आदी हुए जो तीन दिन में बदली थी। यह कुछ टूटी थी और खिलाड़ियों को अंत में अधिक स्पिन का सामना करना पड़ा। मुंबई ने काफी अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी की। मुझे लगता है कि हमें उनसे कुछ सीखने को मिलेगा। कल (शनिवार, 17 सितंबर) अंतिम सत्र में जब उन्होंने हमें निशाना बनाया तो हम अपनी योजनाओं को अमलीजामा नहीं पहना पाए। हमें काफी सकारात्मक नतीजे और कुछ नकारात्मक नतीजे मिले जिनका हल निकालना होगा।’
टीम के अनियमित सलामी बल्लेबाजी रोंची ने तीसरे और अंतिम दिन 112 गेंद में 107 रन की पारी खेलकर पहले टेस्ट की अंतिम एकादश के लिए अपना दावा पेश किया। जब यह पूछा गया कि क्या कल 402 रन लुटाने से टीम का मनोबल प्रभावित हुआ तो उन्होंने इससे इनकार किया। पिछले साल मई-जून में अपना एकमात्र टेस्ट खेलने वाले रोंची ने आज (रविवार, 18 सितंबर) शतक के साथ टीम के चयन को लेकर टीम प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोच माइक हेसन पहले ही कह चुके हैं कि रोंची वैकल्पिक सलामी बल्लेबाज के रूप में आए हैं और वह पहले टेस्ट में खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्टिन गुप्टिल की जगह ले सकते हैं।
अंतिम एकादश में चुने जाने की संभावना पर रोंची ने कहा कि इसका फैसला टीम प्रबंधन को करना है। उन्होंने कहा, ‘मुझे दूसरी पारी में पारी की शुरुआत करने का मौका दिया गया था। मैं सिर्फ अपने शॉट खेलना चाहता था और अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था। अगर चयन होता है तो मैं इनकार नहीं करूंगा। लेकिन आप नहीं कह सकते कि हेसन और केन (कप्तान विलियमसन) क्या सोच रहे हैं। इसलिए मैं सिर्फ अपना काम करूंगा और अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ करूंगा। अगर मैं नहीं खेल रहा तो नहीं खेल रहा। अगर मुझे 11वें नंबर पर उतारा जाता है तो मुझे इस पर भी खुशी है।’