लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को पारी और 159 रन से हरा दिया। भारत की बल्लेबाजी बेहद घटिया रही जिसका खामियाजा उसे दोनों पारियों में भुगतना पड़ा। भारत ने पहली पारी में 107 और दूसरी पारी में 130 रन बनाए, जबकि इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 7 विकेट के नुकसान पर 396 रन के स्कोर पर घोषित कर दी थी। पांच मैचों की श्रृंखला में इंग्लैंड अब 2-0 से आगे है। लॉर्ड्स टेस्ट में कई ऐसे रिकॉर्ड बने जो भारतीय फैंस कभी याद नहीं करना चाहेंगे।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत पहली बार एक पारी से ज्यादा के अंतर से टेस्ट मैच हारा है। इससे पहले 2004 में, भारत को इंग्लैंड ने ही द ओवल में पारी के अंतर से हराया था। हालांकि पिछले 44 सालों में भारत ने लॉर्ड्स में इतना घटिया प्रदर्शन नहीं किया है। वहीं, इंग्लैंड ने 2010 में पाकिस्तान पर जीत के बाद से लॉर्ड्स में पहली बार कोई टेस्ट जीता है।
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत ने कुल 494 गेंदें खेलीं। इससे कम गेंदें भारतीय बल्लेबाजों ने सिर्फ चार मौकों पर खेली हैं जब उनके सारे 20 विकेट्स आउट हो गए। इस टेस्ट में कुल 1,023 गेंदें फेंकी गई यानी इंग्लैंड में पिछले 100 साल के इतिहास का यह तीसरा सबसे छोटा टेस्ट मैच है।
भारत ने इस मैच में गेंदबाजी करते समय हर विकेट के लिए 56.67 रन लुटाए जबकि बल्लेबाजी में हर विकेट पर सिर्फ 11.85 रन ही जोड़ सके। यह भारत के टेस्ट इतिहास के 10 सबसे शर्मनाक हार में से एक है।
इंग्लैंड में पिछले चार टेस्ट मैचों में भारत का औसत स्कोर 153.30 रहा है। टीम सिर्फ एक बार 200 से ज्यादा का स्कोर बना सकी है और 5 बार 50 ओवर से कम में ही ऑलआउट हो गई। पिछले चार साल में इंग्लैंड का दौरा करने वाली टीमों में भारत का हर विकेट पर औसत रन 23.17 है जो कि सबसे घटिया है।
इस मैच में भारतीय ओपनर्स ने शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया। मुरली विजय दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुए। शिखर धवन के बाद दोनों पारियों में जीरो पर आउट होने वाले विजय दूसरे भारतीय ओपनर है। मोहम्मद शमी भी दोनों पारियों में जीरो पर आउट हुए।