भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार (7 मार्च) को कहा कि वे यहां किसी के सामने कुछ साबित करने के लिये नहीं आये थे लेकिन वे खुद को दिखाना चाहते थे कि वे किसी भी परिस्थिति में जीत सकते हैं। भारत ने पहली पारी में 87 रन से पिछड़ने के बाद ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट मैच में 75 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद हम वापसी करना चाहते थे और हम किसी के सामने साबित नहीं करना चाहते थे लेकिन खुद को दिखाना चाहते थे कि हम कितनी अच्छी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। हमने जज्बा और विश्वास दिखाया कि हम किसी भी स्थिति में जीत सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘यह जिम्मेदारी लेने से जुड़ा हुआ है। जिस तरह से खिलाड़ियों ने जीत का जज्बा दिखाया और दर्शकों ने जैसा साथ दिया वह अविश्वसनीय है। उन्होंने जब अपनी पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं बनाया तो हमें लग गया था कि हमारे पास जीत का मौका है। हम जानते थे कि अगर हम 150 से अधिक की बढ़त लेते हैं तो फिर जीत सकते हैं।’ भारतीय कप्तान ने चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे के बीच पांचवें विकेट के लिये 118 रन की साझेदारी का विशेष जिक्र किया। कोहली ने कहा, ‘पहली पारी में पिछड़ने के बाद पुजारा और रहाणे ने महत्वपूर्ण साझेदारी की। हमारे दो सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाजों ने जज्बा, तकनीक और साहस का शानदार नमूना पेश किया। आखिर में साहा ने अच्छी पारी खेली और इशांत ने अच्छा साथ दिया। वह बोनस था।’
उन्होंने कहा, ‘हम 200 से अधिक की बढ़त चाहते थे। हम 225 रन की बढ़त चाहते थे और तब एक विजेता होता। जब हमने 187 रन की बढ़त हासिल की तो हम जानते थे कि हम इसे आज समाप्त कर सकते हैं। हम रांची का इंतजार नहीं कर सकते। हमें अपनी जीत की लय आगे बढ़ानी होगी। टीम अब पीछे मुड़कर नहीं देखेगी।’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने इसे बेहतरीन टेस्ट मैच करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारे खिलाड़ियों ने जिस तरह से प्रदर्शन किया उस पर मुझे गर्व है। रहाणे और पुजारा के बीच की साझेदारी ने हमें आहत किया। उन्होंने वास्तव में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। इस पिच पर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल था। इसमें पूरे मैच में असमान उछाल रही। यह काफी मुश्किल विकेट था लेकिन टेस्ट मैच कभी आसान नहीं होता।’
स्थानीय खिलाड़ी केएल राहुल को मैच में 90 और 51 रन की पारियां खेलने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया। राहुल ने कहा, ‘मैंने जैसा प्रदर्शन किया उसके लिये इससे बढ़िया मंच नहीं हो सकता था। पहले मैच में हार के बाद हमने यहां जो कुछ किया वह वास्तव में खास है। हमने काफी कुछ हासिल किया है लेकिन यह इस युवा टीम की यह जीत सर्वश्रेष्ठ होगी।’ राहुल ने कहा कि उन्होंने अपनी अधिकतर क्रिकेट यहां खेली है और इससे उन्हें चौथी पारी के आदर्श स्कोर का अनुमान था। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे कहा कि अगर हम 150 रन की बढ़त हासिल कर लेते हैं तो 30 रन से जीत जाएंगे। हम जानते थे कि तीसरा दिन बल्लेबाजी के लिये सर्वश्रेष्ठ होगा और हमने बहुत अच्छा रवैया अपनाया।’

