इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच होने वाली आगामी एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में एक नई प्रणाली का ट्रायल किया जाएगा जिसके तहत तीसरे अंपायर गेंदबाज के पैरों के आधार पर होने वाली नो बॉल का फैसला करेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शनिवार (20 अगस्त) को इसकी जानकारी दी। इस समय गेंदबाज के छोर पर खड़ा होने वाला अंपायर उसके पैरों के आधार पर नो बॉल का फैसला करता है और दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रहे खिलाड़ी के आउट होने या ना होने का फैसला करता है।
अंपायरों के लिए यह फैसला लेना पहले ही जटिल होता था और आजकल बल्लेबाज के तेज शॉट से चोटिल होने से बचने के लिए अंपायर क्रीज से और पीछे खड़े होते हैं जिसकी वजह से फैसला लेना और मुश्किल हो जाता है। इस ट्रायल प्रणाली का इस्तेमाल इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 24 अगस्त से चार सितंबर के बीच होने वाले पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान किया जाएगा।
आईसीसी ने कहा कि मैदान पर खड़ा अंपायर तीसरे अंपायर की सलाह के बगैर तभी फैसला करेगा जब साइड में लगे कैमरे उपलब्ध नहीं हों। आईसीसी ने कहा कि तीसरा अंपायर कुछ सेकेंड के भीतर ही गेंद पर फैसला करेगा और मैदानी अंपायरों को ‘वाइब्रेट करने वाले पेजर’ के जरिए इसकी जानकारी देगा। अगर पेजर काम नहीं करता है तो नियमित ‘रेडियो कम्यूनिकेशन प्रणाली’ के जरिए अंपायर को फैसले के बारे में बताया जाएगा।