ICC Cricket World Cup 2019: आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के शुरु होने में एक दिन का समय और बचा है। 30 मई 2019 से क्रिकेट का महासमर शुरू हो जाएगा और विश्व की 10 टीमें विश्व कप के लिए एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरना शुरू करेंगी। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत ने अपने पहला विश्वकप कब खेला था? उस मैच में सुनील गावस्कर ने ऐसा क्या किया था कि उनकी पारी यादगार बन गई थी। हम बता रहे हैं किस्सा वर्ल्ड कप की कड़ी में यह कहानी…

साल 1975 में भारत पहली बार विश्व कप का हिस्सा बना। 44 साल पहले भारतीय टीम इंग्लैंड गई और विश्व कप में अपना डेब्यू किया था। 7 जून से 21 जून तक चले इस विश्व कप में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से हराकर फाइनल पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम जब वहां खेलने पहुंची थी तो भारत के पास इस फॉर्मेट में तब एक साल और सिर्फ दो मैच का अनुभव ही था।

गावस्कर की धीमी पारी: इस मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस मैच में कुछ ऐसा हुआ था जो सदियों तक हर किसी को याद रहेगा।  मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने 60 ओवर में 334 रन बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम ने  60 ओवर पूरे खेले, लेकिन 132  ही बना पाई। दरअसल इस मैच में सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड की टीम की नाक में दम कर कर दिया था। गावस्कर ने अपनी पारी में सिर्फ एक चौका लगाया। सुनील गावस्कर ने 174 गेंद खेली थीं और वो 36 रन बना पाए थे। उनका स्ट्राइक रेट 20.69 का रहा था। गावस्कर का इस मैच में स्ट्राइक रेट सबसे कम था। एकनाथ सोल्कर ने 23.53, अंशुमान गायकवाड़ ने 47.83, गुंडप्पा विश्वनाथ ने 62.72 और ब्रजेश पटेल ने 28.07 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। अपनी उस पारी के दौरान गावस्कर इतनी गेंदों को सामना करने के बाद सिर्फ एक चौका लगाने का भी रिकॉर्ड बनाने वाले खिलाड़ी बन गए थे।